उत्तर प्रदेश में महगी हो सकती हे बिजली, जाने कारण
उत्तर प्रदेश: सरकार ने यदि विदेशी कोयला खरीदने की अनुमति दी तो राज्य में बिजली कम से कम 70-80 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो जाएगी। केंद्र सरकार ने उत्पादन निगम के बिजली उत्पादन गृहों में 10 प्रतिशत विदेशी कोयले के इस्तेमाल को कहा है। पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने विदेशी कोयला खरीदने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले इसके इस्तेमाल से बिजली दरों पर पड़ने वाले असर का आकलन करते हुए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है।
इस बीच विद्युत उपभोक्ता परिषद ने उपभोक्ताओ के हित में राज्य सरकार से विदेशी कोयला खरीदने की अनुमति न देने की मांग की है। विदेशी कोयला खरीदने पर रोक लगाने संबंधी उपभोक्ता परिषद की याचिका पर पहले ही विद्युत नियामक आयोग ने तमाम सवाल उठाते हुए प्रबंधन से जवाब-तलब कर रखा है।
दरअसल, घरेलू कोयला जहां लगभग 1700 रुपये प्रति टन है वहीं विदेशी 17 हजार रुपये प्रति टन है। प्रबंधन ने घरेलू-विदेशी कोयले का औसत मूल्य निकालते हुए बिजली दरों में इजाफे का आकलन किया है। शासन को भेजी रिपोर्ट में घरेलू कोयले का औसत मूल्य तीन हजार रुपये और विदेशी कोयले का 15,500 रुपये प्रति टन बताया गया है। इस दर पर ही कोयला मिलते से बिजली कम से कम 70-80 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो जाएगी।