
ऋषभ दुबे/ नैमिष टुडे
विशुनगढ़। सिंहपुर गांव निवासी सुदेश सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि गांव के ही दबंग नाहर सिंह और उसके समर्थक उसकी पैतृक जमीन पर की जबरदस्ती कब्जा कर रहे हैं,जबकि प्रशासनिक स्तर पर जारी स्टे ऑर्डर और एसडीएम ज्ञानेंद्र सिंह के निर्देशों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है।पीड़ित ने पुलिस पर रुपये लेकर दबंगों की मदद करने और सुनवाई से इन्कार करने का भी आरोप लगाया है।
पीड़ित सुदेश ने कहा कि उनके पिता को भी नाहर सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।अब उसी जमीन पर वह और उसके लोग पहुंच कर गुंडागर्दी के बल पर कब्जा कर रहे हैं।जब सुदेश ने पुलिस से मदद मांगी तो उन्होंने सुनवाई नहीं की, वहीं एसडीएम ज्ञानेंद्र सिंह से न्याय की गुहार लगाने पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश जारी हुआ परन्तु एसडीएम के आदेश के बावजूद स्थानीय पुलिस ने कार्यवाही नहीं की।
सुदेश ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नाहर सिंह ने उन्हें और उनकी परिजनों को जान से मारने की धमकी दी है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि दबंगों ने उन पर गोली चलाने का भी प्रयास किया और उन्हीं की धमकियों के चलते वह वर्तमान में अपनी पैतृक जमीन से दूर मोहम्दाबाद में रहने को मजबूर हैं। सुदेश ने कहा कि नाहर सिंह ने कहा — जैसे तुम्हारे पिता को मार दिया वैसे तुम्हें भी मार देंगे।
पीड़ित ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस दबंगों की सहायता कर रही है और गरीबों के हित की सुनवाई नहीं करती। सुदेश का कहना है कि पुलिस ने दबंगों से पैसे ले लिए और उसी के कारण उनके मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही। पूरा मामला विशुनगढ़ थाने के मिघौली मौजा का है। पीड़ित ने आशंका जताई है कि यदि उच्च स्तर पर तुरंत जांच व सुरक्षा नहीं दी गई तो उनकी जान को गंभीर खतरा है।
खौफ के साये में जी रहे पीड़ित ने बताया कि उन्होंने कई बार न्याय की गुहार लगाई, पर सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने कहा यदि उनकी सुनवाई न हुई तो वह एसडीएम आवास के सामने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने तक पर उतर आएंगे। यह बयान इलाके में चिंता और भावनात्मक स्थिति की गंभीरता दर्शाता है।
स्थानीय लोगों और पीड़ित ने जिलाधिकारी व पुलिस महानिदेशक से तत्काल हस्तक्षेप, निष्पक्ष जांच और पीड़ित की व्यक्तिगत सुरक्षा की मांग की है। सुदेश ने न्याय की गुहार लगाई है और कहा है कि यदि उनकी आवाज़ दबती रही तो वे आत्म दाह करने को मजबूर होंगे।
वहीं इस मामले में जब थाना प्रभारी राधेश्याम से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि उप जिलाधिकारी का आदेश उन्हें मिला ही नहीं।