
संदिग्ध परिस्थिति में गोल्डन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान महिला की मृत्यु
नैमिष टुडे/मनीष यादव
कछौना /हरदोई स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी से कछौना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हॉस्पिटल क्लिनिक पैथोलॉजी मानकों को ताक पर रखकर संचालित है। बिना डिग्री के यह प्राथमिक उपचार से लेकर गंभीर बीमारी ऑपरेशन तक का इलाज कर रहे हैं, धीरे-धीरे यह बीमारी ला इलाज बन गई है। कोई अनहोनी घटना होने पर प्रशासन कार्यवाई के नाम पर खानापूर्ति कर कर्तव्यों की इति-श्री कर लेते हैं। जिससे आमजन मानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ जारी है।
बताते चले कछौना कस्बे में संचालित गोल्डन हॉस्पिटल गाजू तिराहे पर स्थित है। शुक्रवार की सांय राजेश कुमार निवासी तेरवा की पत्नी शिवप्यारी उम्र 50 वर्ष का इलाज चल रहा था। परिजनों ने बताया झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से महिला की मृत्यु हो गई। परिजनों ने बताया इस नर्सिंग होम के संचालक के पास डॉक्टरी की कोई डिग्री नहीं है। यह स्वयं गंभीर बीमारी का इलाज करते हैं। यहां तक ऑपरेशन भी करते हैं। कोई भी डिग्री धारी डॉक्टर इस हॉस्पिटल में नहीं रहता है। पूर्व में भी कई अनहोनी घटनाएं घट चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग के रहमोकरम से यह धड़ल्ले से मानकों को ताक पर रखकर नर्सिंग होम का संचालन करते है। इस पूरी घटना की सूचना परिजनों ने कोतवाली कछौना को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। पुलिस प्रशासन ने बताया परिजनों की शिकायत पर दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाई की जाएगी।