
सीतापुर जिलाधिकारी अनुज सिंह एवं पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान ने बस स्टैंड चौराहे पर सड़क सुरक्षा जागरूकता चौपाल लगायी। जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन यहां पर इसलिये किया जा रहा है कि अधिक से अधिक लोग सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों से जागरूक हों और सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलने वाले लोग एक दूसरे की दिक्कतों को समझें और नियमों का निरन्तर पालन करें तो कहीं कोई जाम की स्थिति नही रहेगी तथा सड़क सुरक्षा से संबंधित कोई विपरीत स्थिति नही उत्पन्न होगी। उन्होंने कहा कि जाम की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब कोई बस वाला बीच में बस रोककर सवारी बैठानें लगे या फिर कोई गाड़ी वाला गाड़ी रोकर आपस में बात करने लगे, इन बातों का सभी को ध्यान रखना है कि इस तरह के कृत्य न करें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम सब लोग जब इन विषयों पर सोचेगें तभी सड़क के नियमों का भलीभांति पालन होगा। उन्होंने कहा कि हम जब गाड़ी निकालते हैं तो हमें जल्द ही कैसे पहुंचना है, मेरा काम जल्द कैसे होगा, पर हम लोग यह नहीं सोचते हैं कि मेरे गाड़ी रोकने से बाहर के जो लोग है उन्हें क्या दिक्कत हो रही है, मेरी वजह से ट्रैफिक बाधित हो रहा है या नही, इन सभी नियमों को हमें बदलना होगा। उन्होंने कहा कि सड़क सभी की है सभी का इसका उपभोग करने का अधिकार है तो उपभोग करते समय इन सभी चीजों का ध्यान अवश्य रखें। इमरजेंसी के समय इन सब चीजों से हम सभी को गुजरना पड़ सकता है। अपनी गाड़ियों को वेबजह सड़क पर खड़ी न करें तथा अपना वाहन पार्किंग स्थल पर ही लगायें, यदि सभी लोग इतना पालन करेंगे तो जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। व्यापारी लोगों का जो सामान बड़ी गाड़ियों से आता है उसका समय निश्चित करें, जहां तक हो सके तो रात्रि के समय ही इन चीजों का काम करें। उन्होंने कहा कि ठंड के समय सभी ट्रालियों एवं अन्य सामान ढोंने वाले वाहनों पर रिफ्लेक्टर अवश्य लगवाये जायें, यह सुनिश्चित किया जाये ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो सके। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि बिना रिफ्लेक्टर वाली बड़ी गाड़ियों व ट्रालियों को चलाने की अनुमति नही दी जायेगी। रिफ्लेक्टर लगे होने से पीछे से आने वाली गाड़ियों की दुर्घटना की स्थिति कम बनी रहती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि कोई दुर्घटना हो जाती है तो उसे तत्काल अस्पताल लेकर जायें, जो भी दुर्घटना से ग्रसित व्यक्ति को अस्पताल पहुंचायेगा, उससे किसी भी प्रकार का सवाल जवाब व पैसा जमा करने को नहीं कहा जायेगा। मुख्यमंत्री जी ने भी जो सड़क सुरक्षा से संबंधित अभियान चलाया था, जिस पर सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों पर जोर दिया गया है। इसके उपरान्त उन्होंने सड़क सुरक्षा सप्ताह के प्रचार वाहन को हरी झण्डी दिखाकर, लोगों को हेलमेट पहनने के लिये जागरूक करते हुये हेलमेट भी पहनाया।
पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चन्द्रभान ने सभी से कहा कि आपके सहयोग से यातायात व्यवस्था में अत्यन्त सुधार आ सकता है। यातायात नियमों का पालन अवश्यक करें एवं अपने सहयोगियों एवं इष्टमित्रों को इसका पालन करने के लिए प्रेरित करें। जेव्रा लाइन से पूर्व स्टाप लाइन पर अपने वाहन को रोकें। उन्होंने कहा कि निरन्तर हेलमेट पहन कर चलें, कोई भी व्यक्ति पुलिस के डर से हेलमेट का प्रयोग न करें, बल्कि हेलमेट, सीट बेल्ट को आपनी आदत बनायें। उन्होंने कहा कि गाड़ी लापरवाही तथा नशे की हालत में बिल्कुल भी न चलायें। दुर्घटना से परिवार को बहुत दुख सहना पड़ता है ऐसा दुख अपने परिवार वालों को न दें तथा दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल तक अवश्य पहुंचायें, जिससे समय से उसका उपचार हो सके। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलजुल कर सीतापुर शहर को सड़क दुर्घटनाओं से बचाना है इसके लिये सभी का जागरूक होना अत्यन्त आवश्यक है तथा सामाजिक एवं मानवीय जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। इसके साथ ही अपने वाहन के कागजात अपने पास हमेशा रखें, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें, चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट अवश्य लगायें, स्कूल जाते समय दौड़िये मत उतावलापन न कीजिये। घर से थोड़ा जल्दी चलिये और अगर फुटपाथ नहीं है तो सड़क के किनारे चलिये। उन्होंने कहा कि चौराहे पर सड़क पार करने से पहले ट्रैफिक सिपाही के निर्देशों को देखिये। अगर आस पास कोई लाइट नहीं है तो सड़क पार करने से पहले दाहिने देखिये फिर बायें देखिये और दोबारा दाहिने देखिये और सड़क अगर साफ है तो पार कीजिये सड़क पार करते समय चौकन्ने रहे। सड़क तेज चाल से पार करें तथा सड़क पर दौड़े नहीं। खड़ी हुई गाड़ियों के पास मत खेलिये। आपकी जानकारी के बिना कोई भी गाड़ी अचानक चल सकती है या अचानक कोई गाड़ी पीछे से आ सकती है। किसी गाड़ी के पीछे से सड़क पार मत कीजिए जब तक आप यह देख न लें कि सड़क साफ है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बरसात में सम्भल कर चलिये आप सड़क पर फिसल सकते हैं। केले आदि के छिलके भी सड़क पर मत डालिये, इससे भी सड़क पर लोग फिसल सकते हैं एवं अपने मित्रों को भी ऐसा करने से रोकिये। उन्होंने कहा कि चौराहे पर आप अगर किसी वाहन पर सवार है तो अपनी ही लेन में खड़े हों, गलत लेन में खड़े होने से अन्य वाहन धारकों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है और कोई अप्रिय घटना घट सकती है। सड़क पर चलते समय कभी किसी का ध्यान, तेज आवाज करके आकर्षित मत कीजिये। ट्रैफिक पुलिस के संकेतों का पालन कीजिये। सड़क पर चलने के सभी नियमों का पालन कीजिये और सुरक्षित घर पहुँचिये।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी डा0 राजीव दीक्षित, ए0आर0टी0ओ0 प्रशासन माला बाजपेयी, व्यापार मण्डल के सदस्य एवं भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।