
स्वच्छता अच्छे शारीरिक स्वच्छता का मूल मंत्र
संवाददाता दिलीप त्रिपाठी
महमूदाबाद, सीतापुर
स्वच्छता अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य का मूल मंत्र है क्योंकि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मन निवास करता है। साफ-सफाई के उचित तौर तरीके अपनाकर विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। हाथों की सफाई बीमारियों को रोकने के लिए बहुत कारगर साबित होती है। इसके लिए स्वच्छ पानी, साबुन, हैंडवाशिंग लिक्विड तथा अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग किया जा सकता है।
सीता ग्रुप आफ एजूकेशन के शास्त्री सभागार में शनिवार को हैंडवाश डे के अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कालेज के प्रधानाचार्य आरके वाजपेयी ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि शौंचालय का उपयोग करने के बाद, डायपर बदलने के बाद, अपशिष्ट पदार्थ छूने के बाद, घावों को छूने के बाद, कचरा साफ करने के बाद, भोजन करने से पहले व बाद में, कानटेक्ट लेंस लगाने या हटाने से पहले हांथों की सफाई आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले स्वच्छ पानी से हांथों को गीला करके साबुन लगाना चाहिए। उसके बाद हाथों की हंथेलियों को एक साथ रगड़ते हुए दोनों हथेलियों को पीछे से भी रगड़ना चाहिए, उगलियों, नाखूनों तथा कलाइयों की ठीक प्रकार से सफाई करनी चाहिए। हांथों की सफाई करने से मेनिनजाइटिस, ब्राकोलाइटिस, फ्लू, हेपेटाइटिस-ए, डायरिया, निमोनिया सहित कई बीमारियों से बचा जा सकता है। कालेज के डिप्टी मैनेजर आंजनेय आशीष, वागीश दिनकर वाजपेयी, जूनियर वर्ग के प्रधानाचार्य अनंत रत्नम्, उप प्रधानाचार्य आरजे वर्मा, आदर्श जायसवाल, एसआर वर्मा, एकेडमी के उप प्रधानाचार्य अवनीश अवस्थी, ऋतुजा वाजपेयी, ने विद्यार्थियों को हाथ धोने के तौर तरीके भी सिखाए। इस अवसर पर शिक्षक दिलमोहिनी मिश्रा, विजय वर्मा, नीरज वर्मा, अजय सिंह, रूबी राठौर, शंशाक शुक्ल, मनोज सिंह सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी व मौजूद रहे।