
कारगिल युद्ध: कारगिल युद्ध को 24 साल हो चुके हैं। साल 1998 में इस युद्ध की शुरूआत उस समय हुई थी, जब पाकिस्तानी सेना ने जनरल परवेज मुशर्रफ के नेतृत्व में छल से भारत की जमीन हथियाने की कोशिश की थी।और उसके बाद भारतीय सेना के वीर जवानों ने शौर्य और बहादुरी का ऐसा इतिहास रचा जिसका लोहा पूरी दुनिया आज भी मानती है। इस युद्ध में पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े थे। और इसी विजय के उपलक्ष्य में 26 जुलाई को विजय दिवस मनाया जाता है। इस युद्ध में हमारे 500 से ज्यादा जवान शहीद हुए थे। और 1300 से ज्यादा जवान घायल हुए थे। चार भारतीय जवानों को इस युद्ध में अदम्य साहस के लिए सेना का सर्वोच्च पदक परमवीर चक्र प्रदान किया गया था। इनमें से दो को मरणोपरांत यह पदक दिया गया था। अपनी जमीन का एक-एक इंच वापस लेने के लिए भारतीय जवानों ने ऐसी बहादुरी दिखाई कि आज भी उनकी कहानी रोंगटे खड़े कर देती हैं। कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन मनोज कुमार पांडे, ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव, राइफलमैन संजय कुमार कारगिल युद्ध के ये रहे थे हीरो