अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने हथौड़ा, ऊगपुर, नगवा में कराए गए वृक्षारोपण व नगर वन कामीपुर का किया औचक निरीक्षण

अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने हथौड़ा, ऊगपुर, नगवा में कराए गए वृक्षारोपण व नगर वन कामीपुर का किया औचक निरीक्षण

कछौना /हरदोई  वन रेंज कछौना के अंतर्गत शुक्रवार को नगर वन कामीपुर व हथौड़ा, ऊगपुर, नगवा में कराए गए वृक्षारोपण की जमीनी हकीकत जानने हेतु अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिले के प्रभागीय वन अधिकारी (डी०एफ०ओ०/डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) सहित वन क्षेत्राधिकारी पूरी टीम के साथ मौजूद रहे। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने वन विभाग को सख्त दिशा निर्देश दिए।

बतातें चलें हमारी जीवनशैली पूरी तरह से प्रकृति पर आधारित है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो जंगल हैं, लेकिन शहरी बस्तियों में जनसंख्या के अनुपात में वृक्षो/जंगलों उतनी ही कमी हैं। जिसके कारण प्रकृति ने ऐसे संकेत भेजे हैं जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती। इसी लिये भारत सरकार ने योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में वन वाटिका व शहरों में नगर वनों का निर्माण युद्ध स्तर पर किया गया। नगर वन शहरी वन विकसित करने की महत्वपूर्ण योजना है। जिससे शहर वासियों को शहरी वानिकी के कई लाभ हैं, वाणिज्यिक से लेकर पारिस्थितिक लाभों में शहरी क्षेत्रों में तापमान वृद्धि को कम करना, प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करना व अन्य वायु प्रदूषकों को हटाना, मिट्टी के कटाव को रोकना, भूजल पुनर्भरण और मिट्टी को स्थिर करना शामिल है। शहरों में हरियाली बढ़ाने से समुदाय के स्वस्थ रहने हेतु हवा से प्रदूषक और ग्रीनहाउस गैसों को कम करके, अस्थमा और फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करते हैं। पर्यावरण को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये मनोरंजन के लिए जगह मुहैया कराते हैं, यह मनुष्य व सभी जीवों के लिए फ़ायदेमंद होते। वहीं वन आश्रय, आजीविका, जल, भोजन और ईंधन की सुरक्षा प्रदान करने के साथ सभी गतिविधियों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वन शामिल हैं। दवाओं, सौंदर्य प्रसाधनों और डिटर्जेंट जैसे रोजमर्रा के उत्पादों में इस्तेमाल होने से बड़ी संख्या में उप-उत्पाद भी जंगलों से प्राप्त होते हैं। इसी क्रम में कुछ वर्ष पहले नगर वन कामीपुर का निर्माण किया गया, परंतु कई वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। जिससे नगर वासियों सहित ग्रामीण भी इसके लाभ से वंचित है। इसी के चलते शुक्रवार को वन रेंज कछौना क्षेत्र के अंतर्गत नगर वन कामीपुर व हथौड़ा, ऊगपुर, नगवा में किए गए वृक्षारोपण की जमीनी हकीकत जानने हेतु अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान जिले के प्रभागीय वन अधिकारी (डी०एफ०ओ०/डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) सहित वन क्षेत्राधिकारी पूरी टीम के साथ मौजूद रहे। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने वन बारीकी से निरीक्षण किया। इसी बीच प्रभागीय वन अधिकारी हरदोई को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि पौधारोपण करने के साथ-साथ उनका संरक्षण करना अनिवार्य है। बिना संरक्षण के अधिकांश पौधे लगाने के कुछ दिन बाद ही सूख जाते हैं। पौधों की पेड़ बनने तक देखभाल करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। इससे के लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना हैं। वही आगे बताया बजट में अभाव के कारण नगर वन कामीपुर का विकास अवरुद्ध हैं, शीघ्र ही बजट उपलब्ध कराकर नगर वन कामीपुर के विकास को गति प्रदान की जाएगी।

इस अवसर पर प्रभागीय वन अधिकारी हरदोई सितांशु पाण्डेय, एसडीओ संडीला अर्चना रावत, वन क्षेत्राधिकारी कछौना विनय कुमार सिंह जादौन, वन निरीक्षक सुशील कुमार श्रीवास्तव सहित वन विभाग कछौना की समस्त टीम मौजूद रहीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नमस्कार,नैमिष टुडे न्यूज़पेपर में आपका स्वागत है,यहाँ आपको हमेसा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे 9415969423 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें