फर्जी बिलों के सहारे नल मरम्मत और रीबोर का हो रहा भुगतान
नैमिष टुडे संवाददाता श्रवण कुमार मिश्र
मिश्रित सीतापुर / दुकान पर बिक्री होता है मौरंग बालू गिट्टी सीमेंट लेकिन पंचायत सचिव और प्रधान व ट्रेडर्स मालिक के आपसी घाय मेल के चलते हैंड पंप रीबोर व मरम्मत के नाम पर फर्जी बिल लगवाकर भारी भरकम सरकारी धनराशि का वारा न्यारा किया जा रहा है । ब्लाक के एडिओ पंचायत व वीडियो सब कुछ जानते हुए भी प्रस्तुत बिलों को स्वीकृत करके विकास के लिए आवंटित सरकारी धनराशि को कमीशन खोरी के चक्कर में अपनी स्वीकृत प्रदान कर रहे हैं । आपको बता दें कि ग्राम पंचायत आंट में हैंड पंप रीबोर और मरमत की सामग्री का एक फर्जी बिल एक फर्जी ट्रेडर्स के नाम प्रस्तुत करके लग भग डेढ़ लाख रुपए को चूना लगा दिया गया है । बताते चलें यह ट्रेडर्स भवन निर्माण सामग्री बेचने और आपूर्ति करने के लिए ब्लाक में पंजीकृत है । मजेदार बात यह है । कि ग्राम पंचायत आंट में हैंड पंप मरम्मत रीबेर और मिस्त्री की मजदूरी के नाम पर डेढ़ लाख रुपये को चूना लगाया गया है गौरतलब है । कि ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव यह बाता ही नहीं बता पा रहे हैं । कि ग्राम सभा के किन-किन मजरो में कितने इंडिया मार्का हैंडपंप किन-किन स्थानों पर लगे हुए हैं । ट्रेडर्स मालिक पंचायत सचिव और प्रधान द्वारा आपसी घाल मेल में बीते अगस्त मांह के दौरान हैंड पंप मरम्मत कार्य मद में इस ट्रेडर्स का पहला बिल 38 हजार 500 रुपए का पास किया गया है । जब कि हैंड पंप रीबोर के नाम पर 30 हजार 100 रुपए की धनराशि को खुले आम चुनाव लगा दिया गया है । इतना ही नहीं हैंडपंप मरम्मत करने वाले किसी जितेंद्र कुमार के नाम पर 4 हजार 800 रुपए और हैंडपंप मिस्त्री नदीम अंसारी के नाम 17 हजार 500 रुपए तथा हैंड पंप रीबेर के नाम पर इसी ट्रेडर्स के नाम 30 हजार रुपए के बिल का भुगतान करके पूरी धनराशि को चूना लगाया गया है । जिसकी तरफ जिला प्रशासन और प्रदेश शासन को किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कर कर कार्यवाही करने की आवश्यकता है ।