
पूरी अक़ीदत वा एहतेराम से निकला छठी का जुलूस
महमूदाबाद सीतापुर
पूरी दुनिया मे इमाम हुसैन की कुर्बानी की याद मे मजलिस मातम और जगह जगह शरबत पानी की सबीले ये अहसास दिलाती है कि रसूल के नवासे हज़रत इमाम हुसैन और उनके जानिसारो को 3 दिन का भूखा प्यासा बेकुसूर शहीद कर दिया गया था
बीती रात इमाम हसन के बेटे हज़रत क़ासिम की याद मे जलूस महदी पूरी अक़ीदत वा एहतेराम से किला राजा साहब से डॉक्टर अली खान की कयादत् मे निकला। और करबला तक जाकर वापस अपने कदीमी रास्तो से होता हुआ किले की तरफ चला जुलूस मे हज़रत कासिम का ताबूत दुलदुल आलम मेहंदी ऊंट और गम की शहनाई बज रही थी जुलूस में मर्सिया खान मर्सिया पढ़ते हुए चल रहे थे देर रात जुलूस किला पहुंचा जहां पर मजलिस हुई जुलूस में बड़ी संख्या में अजादारे हुसैनी बच्चे बूढ़े जवान औरते शामिल थी पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तादी के साथ जुलूस की देखरेख में चल रहा था