प्रधान ,रोजगार सेवक व सचिव की मिली भगत से फर्जी उपस्थित दर्ज कर भर रहे अपनी अपनी तिजोरी
फर्जी हाजिरी लगाने का कार्य ग्राम पंचायत शमसाबाद में लगातार कार्य जारी
पहला सीतापुर
पहला ब्लाक की ग्राम पंचायतों के मनरेगा कार्यों में फर्जी हाजिरी लगाने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है सोशल मीडिया पर व समाचार पत्रों में मनरेगा मजदूरी घोटाला की खबरें लगातार उजागर होने के बाद भी डी सी मनरेगा के कानों पर जूँ तक नहीं रेंग रहा है ब्लॉक में तैनात एपीओ मनरेगा की चुप्पी उनकी पूरी मिली भगत होने की ओर इशारा करती हुई नजर आ रही है ताजा मामला ब्लाक पहला की ग्राम पंचायत शमसाबाद का बताया जा रहा है जहाँ पर जमीनी स्तर पर हकीकत जानने के लिए देखा गया तो मौके पर केवल 3 ही श्रमिक थे और मास्टर रोल पर 78 श्रमिकों की हाजिरी लगाई गयी। वही एक तालाब का खुदाई कार्य दिखाया गया और दूसरा कार्य चकमार्ग का दिखाया गया। इस कार्य की हकीकत देखने के लिए जब मौके का निरीक्षण किया गया तो तालाब बारिश का पानी भरा हुआ नजर आया। मजेदार बात तो यह है कि मनरेगा कार्य में दिन पर दिन फर्जी हाजिरी लगाई जाती हैं।इस सम्बन्ध में जब ग्राम प्रधान से बात करने का प्रयास किया गया तो फोन आउट ऑफ नेटवर्क बताया। तो ग्रामीणों के साथ ही कार्य करने वाले मजदूरों ने बताया कि जब से काम चल रहा है इसी तरीके से ग्राम पंचायतों में जिम्मेदारों के संरक्षण में फर्जी मजदूरों की हाजिरी लगाई जा रही है जिस पर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से अंजान बना हुआ है। इस तरीके से विकास कार्यों के लिए अवमुक्त सरकारी धनराशि को जिम्मेदारों द्वारा चूना लगाया जा रहा है जब ग्राम पंचायत रोजगार सेवक से बात की गई तो उन्होंने मिलने का हवाला,और व्यस्त होने का हवाला देते हुये अपना पल्ला झाड़ते हुए फोन काट दिया। अब देखना यह है की ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी फर्जी उपस्थिति को लेकर क्या कार्यवाही करेंगे या सिर्फ कागज पर स्पष्टीकरण ही लेकर लीपा पोती करेंगे।