परिवहन व पुलिस विभाग के संरक्षण के चलते मानकों को दरकिनार कर धड़ल्ले से दौड़ रहे डग्गामार वाहन
नैमिष टुडे/मनीष यादव
*कछौना /हरदोई कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र में डग्गामार वाहन सड़कों पर पुलिस व परिवहन विभाग के संरक्षण के चलते दौड़ रहे हैं। जिनके चलते आय-दिन दुर्घटनाएं घट रही हैं।
बताते चले मानकों को ताक पर रखकर डग्गामार वाहन, डबल डेकर बसें, स्कूली वाहन, डंपर, पिकअप डाला, टेंपो, ई-रिक्शा धड़ल्ले से चल रहे हैं। ज्यादा तर वाहन मानक के अनुसार नहीं है। फिटनेस, परमिट, वाहन बीमा, प्रदूषण, क्षमता से ज्यादा सवारी, अग्नि सुरक्षा की सुविधा, नजर अंदाज कर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। अधिकांश ड्राइवरों के पास लाइसेंस भी नहीं है। ओवरलोड व तेज गति व नशा, क्षमता से ज्यादा सवारी बैठाने के कारण सड़क दुर्घटनाओं इजाफा है। जिसके कारण प्रतिदिन दुर्घटनाओं के कारण चुटहिल हो रहे हैं। यहां तक लोगों की जान भी चली जाती है। इन वाहनों को परिवहन विभाग व पुलिस प्रशासन का संरक्षण होता है। जिसके चलते लाखों रुपए का राजस्व नुकसान होता है। कछौना से प्रतिदिन दर्जनों डग्गामार वाहन मैजिक हरदोई से सवारी ढोते हैं, कई मारुति ईको भी दौड़ रही है। टैक्टर ट्रालियों का व्यवसायिक प्रयोग सरिया सीमेंट में व मिट्टी लदान का कार्य करते हैं। प्राइवेट नंबर के वाहन सरकारी विभागों व स्कूलों में धड़ल्ले से चल रहें हैं। डबल टेकर बस कछौना से राज्य हरियाणा व चंडीगढ़ व दिल्ली का आवागमन रहती हैं। मानकों को ताक पर रखकर सवारी ढ़ोते हैं। यात्रियों की सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। यात्रियों से मोटी रकम वसूली जा रही है। वही सवारी रोड बसें भी मानकों को ताक पर रखकर चल रही है। कई गाड़ियां इतना धुआं फेंकती है कि यात्रियों को मुश्किल हो जाता है। तेज गति व अनियंत्रित वाहन चलाना रोजबेज व प्राइवेट बस वालों की आदत में शुमार है, कभी-कभार क्षमता से ज्यादा सवारी बैठा लेते हैं। यातायात में ई-रिक्शा चालक काफी निरंकुश है। नियमों को दरकिनार कर ज्यादा सवारी बैठाने के लालच में, बिना आवश्यक कागज के ई-रिक्शा चलाते हैं। ई-रिक्शा चालकों के कारण काफी दुर्घटनाएं घटती हैं। वहीं क्षेत्र में मिट्टी से लदे डंपर व टैक्टर ट्राली दुर्घटना का अहम कारण है। दर्जनों लोगों की ओवरलोड मिट्टी से लदे डम्परों से लोगों की जान जा चुकी है। इन डग्गामार वाहनों के कारण जनहानि के साथ राजस्व का काफी नुकसान होता है। पूरे मामले में परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया अभियान चलाकर इन डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी। लेकिन कोई बड़ी घटना घटने पर ही प्रशासन हरकत में आता है। उससे पहले सब सिस्टम के तहत अनवरत रूप से चलता है।