नैमिष टुडे / मनीष यादव
कछौना /हरदोई भारतीय किसान यूनियन (लोकतांत्रिक) के बैनर तले कछौना क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर पंचायत हुई। किसान यूनियन के पदाधिकारी ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
भारती किसान यूनियन (लोकतांत्रिक) के प्रदेश प्रभारी उमेश शुक्ला के नेतृत्व में कछौना में वृहस्पतिवार को पंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें दूर दराज के किसान शामिल होकर क्षेत्र की जन समस्याओं को रखा, जहां एक तरफ सरकार जीरो टारलेन्स पर कार्य कर रही है। परंतु विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है। बिना सुविधा शुल्क के कोई कार्य नहीं हो होता है। राजस्व विभाग की हीला हवाली के चलते सार्वजनिक भूमि पर भू-माफिया धड़ल्ले से कब्जा कर रहे हैं। कछौना कस्बा की तालाब, जंगल झाड़ी, खेल कूद मैदान, कांजी हाउस, नहर विभाग, मंडी समिति, खलिहान की भूमि पर अवैध कब्जा हो रहे हैं। जिम्मेदार मूकदर्शक हैं। छुट्टा गौवंशों की ज्वलंत समस्या बनी है। अस्थाई गौशाला कब्रगाह बने हैं। रात में केयरटेकर अस्थायी गौ-आश्रय स्थल से गौवंश छोड़ देते हैं। इस भीषण गर्मी में खुले आसमान के नीचे केवल भूसा खाकर बेजुबान पशु मर रहे हैं। वही सड़को व खेतों में होने के कारण दुर्घटनाओं व फसल की हानि हो रही है। औद्योगिक क्षेत्र में लगी इकाई श्रमिकों का शोषण करते हैं। कोई अनहोनी घटना होने पर परिवार को मुआवजा नहीं देते हैं। पेप्सी प्लांट व अन्य कंपनियां जमकर जल दोहन कर रही है। जिससे भविष्य में जल संकट की समस्या खड़ी हो जाएगी। राजस्व विभाग द्वारा खतौनी (घरौनी) बनाने में अनियमिताएं की गई है। किसान दर-दर भटकने को विवश है। पीएनसी कंपनी द्वारा निर्माण कार्य के दौरान लखनऊ पलिया मार्ग पर कस्बे की दोनों तरफ की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त कर दी गई। जिससे लोगों के सामने पेयजल का संकट है। पीएनसी कंपनी के ठेकेदार हाईवे निर्माण में मिट्टी उठान में जमकर मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ओवरलोड वाहनों के आवागमन, तेज गति, दिन-रात लगातार डंपर चलने से दर्जनों सड़कें छतिग्रस्त हो गई हैं। रजबहा व माइनर की विधिवत सिल्ट सफाई न होने से किसानों को पानी नहीं मिल रहा है। ज्ञानपुर चौराहे पर कस्बा सहित दर्जनों ग्रामों के लोगों का आवागमन हेतु चौराहा है, यहां पर आम जनमानस को आवागमन हेतु अंडर पास की नितांत आवश्यकता है। क्षेत्र की जन समस्याओं के विषय में पदाधिकारी गणों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी उमेश शुक्ला, राकेश सिंह, राकेश अवस्थी, अतुल कुमार, शेखर, कैलाश, तोताराम सहित दूधराज के पुरुष महिलाएं किसानों ने प्रतिभाग किया।