विधानसभा चुनाव का सातवां यानि अंतिम चरण को लेकर सियासी उफान चरम पर है। पूर्वांचल की सबसे हॉट सीट मऊ सदर विधानसभा पर सुभासपा के बैनर पर चुनाव लड़ रहे मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने गुरुवार को भड़काऊ भाषण दिया।इसा वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नगर कोतवाली में आचार संहिता उल्लंघन के तहत 171 च व 506 आइपीसी के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। साथ ही पूरी रिपोर्ट रिटर्निंग आफिसर को अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दी गई है।
इस वीडियो में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने गुरुवार को नगर क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली में कथित तौर पर विवादास्पद बयान दिया। इस वीडियो में अब्बास अंसारी ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि मैंने आगामी मुख्यमंत्री अखिलेश भैया से कहा है कि छह माह तक किसी की भी ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी। सबको सूद समेत वापस लौटऊंगा, जो आज डंडा चला रहे हैं। जो है वह यही रहेगा जिस जिसके साथ जो-जो किया है। उसका हिसाब-किताब यहां देना पड़ेगा। सपा सरकार बनने पर अधिकारियों से अच्छी तरह से निपटा जाएगा। जो यहां है, वह यही रहेगा, पहले हिसाब-किताब होगा। मेरी शराफत को मेरी कमजोरी मत समझो, ये मैं उनको पैगाम दे रहा हूं, अगर आज चुप बैठा हूं, दो कदम पीछे हटा हूं, जिस दिन फर्लांग लगाउंगा न, उस दिन एहसास हो जाएगा। ऐसे भड़काऊ भाषण के माध्यम से अब्बास अंसारी तालियों बटोरते दिख रहे हैं।
गुरुवार की देर रात से यह वीडियो खूब वायरल हुआ। इसका संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। मालूम हो कि मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी की जगह इस बार उनके बड़े बेटे अब्बास अंसारी सुभासपा के बैनर तले मैदान में हैं। अब्बास अंसारी 2017 के बाद फिर से विधानसभा चुनाव के मैदान में हैं। अब्बास अंसारी ने 2017 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर मऊ जिले की ही घोसी विधानसभा सीट से लड़ा था। इस बार अपने पिता की परंपरागत सीट से वह विधानसभा पहुंचने व पिता की विरासत को बचाने के लिए भड़काऊ भाषणों से लोगों को प्रभावित करने की फिराक में है।
बोले पुलिस अधिकारी : गुरुवार को अब्बास अंसारी का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो के आधार पर नगर कोतवाली में आचार संहिता उल्लंघन व भड़काऊ भाषण देने का मुकदमा पंजीकृत कर रिपोर्ट रिटर्निंग आफिसर सदर को प्रेषित कर दी गई है। – सुशील घुले, पुलिस अधीक्षक, मऊ।