सीतापुर जिलाधिकारी अनुज सिंह ने आर्यावर्त बैंक क्षेत्रीय कार्यालय सीतापुर में लौह पुरूष वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती से शुरू हुआ सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अन्तर्गत भ्रष्टाचार मुक्त भारत के प्रति शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने आर्यावर्त बैंक क्षेत्रीय कार्यालय सीतापुर के प्रबंधक एवं कर्मचारियों को शपथ दिलायी है कि- मेरा विश्वास है कि हमारे देश की आर्थिक, राजनीतिक तथा सामाजिक प्रगति में भ्रष्टाचार एक बड़ी बाधा है। मेरा विश्वास है कि भ्रष्टाचार का उन्मूलन करने के लिए सभी संबंधित पक्षों जैसे सरकार, नागरिकों तथा निजी क्षेत्र को एक साथ मिल कर कार्य करने की आवश्यकता है। मेरा मानना है कि प्रत्येक नागरिक को सतर्क होना चाहिए तथा उसे सदैव ईमानदारी तथा सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों के प्रति वचनबद्ध होना चाहिए तथा भ्रष्टाचार के विरूद्ध संघर्ष में साथ देना चाहिए।
अतः मैं प्रतिज्ञा करता है कि जीवन के सभी क्षेत्रों में ईमानदारी तथा कानून के नियमों का पालन करूँगा, ना तो रिश्वत लूंगा और ना ही रिश्वत दूंगा, सभी कार्य ईमानदारी तथा पारदर्शी रीति से करूंगा, जनहित में कार्य करूंगा, अपने निजी आचरण में ईमानदारी दिखाकर उदाहरण प्रस्तुत करूँगा, भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की रिपोर्ट उचित एजेन्सी को दूंगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकांश नागरिक में फाईनेंशियल एजुकेशन का अभाव है, अधिकांश नागरिक जब बैंक जाते हैं तो विड्राल तक नहीं भर पाते हैं। हम सभी का कार्य सोशल रिस्पांशबेल्टी से जुड़ा है, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अनेक योजनाएं जो सरकार द्वारा शुरू की गयी हैं उनका लाभ नागरिकों को आसानी से मिले। किसी भी क्लाइन्ट को स्टाप द्वारा हतोत्साहित न किया जाये। उन्होंने कहा कि जिस तरह वी0आई0पी0 लोगों केे साथ बैंक द्वारा ट्रीटमेन्ट किया जाता है उसी तरह सामान्य लोगों को भी ट्रीट किया जाये। बैंक के टापमोस्ट अधिकारी का व्यवहार अच्छा होगा तो कर्मचारियों का भी व्यवहार अच्छा होगा। अच्छे व्यवहार से हम अन्त्योदय की धारणा को साकार कर सकते हैं। अन्त्योदय का विकास ही अंहिसा है। उन्होंने कहा कि लोग छोटे-छोटे पैसे जोड़कर जमा करते हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी खाता खुलवाने आती हैं, यदि उन्हें घण्टों बैंठाकर रखा जायेगा तो वह हतोत्साहित होंगी। उन्हें हतोत्साहित न किया जाये तथा उनके साथ सरल व्यवहार किया जाये। उन्होंने कहा कि सभी को सम्मान देना बहुत जरूरी है, हमें सभी की मदद करनी चाहिये। सम्मान के साथ सेवानिवृत्त होना चाहिये तभी समाज हमें अच्छा नागरिक मानता है।