फतुहा थाना क्षेत्र में सोमवार को मिली सिरकटी लाश मामले का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। इसके पीछे जो कहानी आई है वह चाैंकाने वाली है।इश्क के चक्कर में मां ने ही किरायेदार के साथ मिलकर बेटे की हत्या करवा दी। पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी समेत तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। युवक का सिरकटा शव सोमवार को फतुहा थाना क्षेत्र के मौजीपुर गांव के निकट से बरामद किया गया था। उसका सिर दूसरे दिन वहीं पर बोरे में बंद मिला था।
बेटे की हत्या की मां ने ही रच दी साजिश
बुधवार को फतुहा थाने में प्रेस कांफ्रेंस कर डीएसपी राजेश कुमार मांझी ने घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिरकटी लाश की पहचान पटना सिटी के मालसलामी निवासी 19 वर्षीय सूरज कुमार के रूप में हुई थी। ग्रामीण एसपी विनीत कुमार ने उनके नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन मामले के उद्भेदन के लिए किया था। पुलिस तफ्तीश में पता चला कि सूरज के मकान में धर्मेंद्र कुमार किराये पर दुकान चलाता था। इस क्रम में उसका नजदीकी का संबंध सूरज की मां जुली देवी से हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर सूरज ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। उसने धर्मेंद्र को दुकान खाली करने को कहा। लेकिन जुली ऐसा नहीं चाहती थी। इसको लेकर एक पखवारा पूर्व धर्मेंद्र और सूरज में विवाद हो गया था। तब धर्मेंद्र ने सूरज को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद उसने सूरज की मां के साथ मिलकर षडयंत्र रच दिया।
भिंडी के खेत में सिर को धर से कर दिया था अलग
23 मई को सूरज अपने अपनी नानी के गांव से पैदल ही दीदारगंज धर्मशाला स्थित अपने घर आ रहा था। रात करीब 10 बजे दीदारगंज चेकपोस्ट से पहले धर्मेंद्र ने जितेंद्र, रवि एवं बिट्टू के साथ मिलकर उसे जबरन टेंपो में बिठा लिया। उसका मुंह बांध दिया ताकि वह शोर न मचा सके। इसके बाद गोढ़ोचक गांव के समीप भिंडी के खेत में ले जाकर सूरज का गर्दन काट दिया। पहचान छिपाने की नीयत से उसका सिर दूसरे जगह फेंक दिया। सिरकटी लाश मिलने के बाद धर्मेंद्र की निशानदेही पर पुलिस ने उसका सिर बरामद कर लिया। पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार, मृतक की मां जुली देवी, सुकुलपुर के धर्मेंद्र कुमार, मौजीपुर के जितेंद्र कुमार, तथा बैकटपुर के बिट्टू कुमार एवं रवि को गिरफ्तार कर लिया है।