
केरल के अलप्पुझा में हुई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की रैली में हिंदुओं और ईसाईयों की मौत के विवादास्पद नारे लगाए जाने का मामला सामने आया है. नारेबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने सोमवार को मामले में केस दर्ज कर लिया. वहीं पीएफआई ने नारेबाजी की घटना से पल्ला झाड़ लिया है.
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, ‘कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ IPC की धारा-153ए के तहत केस दर्ज किया गया है. उन लोगों के समूह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, जिनके साथ लड़का रैली में शामिल होने आया था.’
नाबालिग लड़के से लगवाए गए नारे
विवादास्पद संगठन PFI ने 21 मई को ‘सेव द रिपब्लिक’ रैली का आयोजन किया था. इस रैली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि एक नाबालिग लड़का एक व्यक्ति के कंधे पर बैठा हुआ है और हिंदू-ईसाइयों की मौत के भड़काऊ नारे लगा रहा है. जबकि उसके साथ के लोग लड़के को ऐसी नारेबाजी के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. शुरुआत में पुलिस ने इस घटना को नजरअंदाज करने की कोशिश की लेकिन जब बाद में मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ गया तो पुलिस को केस दर्ज करना पड़ा.
पीएफआई ने नारेबाजी से झाड़ा पल्ला
इसी बीच PFI ने इस नारेबाजी से पल्ला झाड़ लिया है और कहा है कि इस तरह की घटना संगठन की नीति के खिलाफ है. पीएफआई के प्रदेश सचिव सी ए रउफ की ओर से जारी पत्र के मुताबिक, ‘हमने अलप्पुझा की रैली के लिए पहले से नारे तय कर रखे थे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ रैली में पार्टी के हजारों लोग और अन्य लोग शामिल हुए. हमने नारेबाजी करने वाले लड़के का वीडियो देखा है. रैली के आयोजकों ने इन नारों की अनुमति नहीं दी थी. भड़काऊ नारेबाजी करना हमारे संगठन की नीति नहीं है.’
रउफ ने कहा कि आगे से इस तरह की चीजें ना हो इसके लिए कदम उठाए जाएंगे. PFI की रैली के कुछ घंटे पहले बजरंग दल ने अलप्पुझा में ‘शौर्य रैली’ निकाली, जिसमें नारे लगाए गए कि ‘देश को राष्ट्रविरोधियों और सांप्रदायिक सोच वालों के हवाले नहीं किया जा सकता.’
बीजेपी हुई कांग्रेस-वाम मोर्चा पर हमलावर
इसी बीच पीएफआई की रैली में एक नाबालिग द्वारा भड़काऊ नारेबाजी का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी उस पर हमलावर हो गई है. पार्टी के प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने सोमवार को कहा कि केरल ‘पहले का कश्मीर’ बनने की राह पर है. वडक्कन ने राज्य की वाम लोकतांत्रिक मोर्चे की सरकार और कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि वाम मोर्चा और कांग्रेस का PFI के साथ गठबंधन है. दोनों को पंचायत स्तर पर पीएफआई का समर्थन मिलता है.