छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के नगर निगम की सीमा का विस्तार तो हो गया, लेकिन जिन ग्रामीण क्षेत्रों को बिलासपुर नगर निगम में जोड़ा गया है, वहां की समस्याएं जस की तस हैं।
46 डिग्री की तपा देने वाली इस भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। लोग अपने साधनों से एक-डेढ़ किमी दूर से पानी लाने मजबूर हैं, वहीं इसे लेकर अब राजनीति भी हो रही है।
दरअसल, नगर निगम केवार्ड नं 12 सिरगिट्टी कोरमी रोड के रहवासी इन दिनों पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। तकरीबन 1000 की जनसंख्या वाले इस इलाके में पिछले 5 साल से पानी की समस्या है। पानी की किल्लत ऐसी है, कि क्या बच्चे क्या बूढ़े हर कोई अपने घर के लिए साइकिल, ठेला, रिक्शा जैसे साधन से एक-डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी लाने मजबूर हैं। कुछ ऐसा ही हाल सकरी क्षेत्र के अटल आवास का भी है, जहां रहने वाले 200 परिवार पानी की समस्या झेल रहा है।
चुनाव के समय जिन जनप्रतिनिधियों ने इन लोगों से वादे किए थे, अब वे भी इलाके में नजर नहीं आते। लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है जिससे लोग कहां जाएं उन्हें कुछ सूझ नहीं रहा है। वहीं इसे लेकर अब राजनीति भी गरमाने लगी है।
इधर पार्षद भी मानते हैं, कि सिरगिट्टी में पानी की समस्या है,लेकिन वे इस समस्या को नगर पंचायत के समय से बता रहे हैं। हालांकि, निगम कमिश्नर के विजिट के बाद अब 26 लाख की लागत से इस समस्या से निजात पाने योजना बनाई जा रही है।
निगम में शामिल होने के बाद इन ग्रामीण इलाकों में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार होने की आस लोगों को थी, लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी है, ऐसे में इस समस्या से लोगों को कब मुक्ति मिलेगी ये देखने वाली बात होगी।