सीतापुर जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बुधवार को नवीन गल्ला मण्डी सीतापुर का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने गल्ला मण्डी में विभिन्न एजेन्सियों द्वारा संचालित गेहूं क्रय केन्द्रों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गेहूं की आवक एवं खरीद की जानकारी लेते हुये रजिस्टर में अंकित विवरण से मिलान किया एवं गेहूं खरीद के भुगतान का विवरण भी देखा। बोरों के स्टाक एवं वितरण की समीक्षा जिलाधिकारी ने की। बोरों के प्राप्ति, वितरण एवं स्टाक का विवरण स्पष्ट न होने पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि स्टाक रजिस्टर पर स्पष्ट विवरण अंकित किया जाये एवं उसे नियमित रूप से अद्यतन किया जाये। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को कड़े निर्देश दिये कि स्टाक एवं वितरण रजिस्टर की नियमित रूप से जांच करायें, जिससे कोई अनियमितता न होने पाये। तौल में प्रयोग होने वाले तौल मशीन/कांटों के निरीक्षण के दौरान उनमें टैग न मिलने एवं मानक बांट उपलब्ध न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि तौल मशीनों/कांटों का संबंधित एजेन्सी से प्रमाणीकरण कराते हुये टैगिंग करायी जाये एवं मानक बांट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। क्रय एजेन्सियों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिये कि गत वर्ष के विवरण के आधार पर संबंधित कृषकों से फोन द्वारा सम्पर्क स्थापित करते हुये उन्हें अधिक से अधिक गेहूं का विक्रय क्रय केन्द्रों के माध्यम से करने हेतु प्रोत्साहित करें।
जिलाधिकारी ने क्रय किये जा चुके गेहूं के सुरक्षित भण्डारण के निर्देश देते हुये कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। क्रय केन्द्रों पर किसानों के लिये शीतल पेयजल की अनिवार्य उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। किसानों को क्रय केन्द्रों पर गेहूं विक्रय करने में कोई असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाये। आवश्यकतानुसार पर्ची की व्यवस्था का भी उपयोग सरलता के साथ किया जाये।
निरीक्षण के दौरान जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अरविन्द कुमार दुबे सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।