ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में शिक्षक शिक्षा मित्र एवं अनुदेशक के संयुक्त संगठन ने ब्लॉक संसाधन केंद्र पर किया विरोध प्रदर्शन
नैमिष टुडे /मनीष यादव
कछौना / हरदोई ऑनलाइन उपस्थिति के खिलाफ शिक्षकों के संयुक्त संगठन शिक्षक शिक्षा मित्र एवं अनुदेशक संगठन कछौना ने ब्लॉक संसाधन केंद्र कछौना में एकत्रित होकर विरोध किया। ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध प्रदर्शन कर खंड शिक्षा अधिकारी कछौना को ज्ञापन सौंपा। शुक्रवार को संयुक्त शिक्षक शिक्षा मित्र एवं अनुदेशक संगठन कछौना ने शिक्षण कार्य अवधि के बाद ब्लॉक संसाधन केंद्र कछौना पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी कछौना को सौंपा। दिए गए ज्ञापन में बताया गया ऑनलाइन हाजिरी अव्यावहारिक एवं मानवीय संवेदना रहित है। यदि अध्यापक विद्यालय पहुंचने में एक मिनट भी लेट हो जाता है तो शिक्षक उपस्थित दिन भी अनुपस्थित माना जाएगा। जबकि शिक्षकों के सामने दर्जनों ज्वलंत समस्याएं हैं। विद्यालय का माहौल अभी तक शैक्षिक वातावरण के अनुकूल नहीं है। आज भी दर्जनों बुनियादी सुविधाएं मौजूद नहीं है। मानक के अनुसार शिक्षकों की काफी कमी है। दर्जनों विद्यालय शिक्षक विहीन है। शौचालय अपूर्ण पड़े हैं। पेयजल की समस्या है, पानी की गुणवत्ता कागजों पर जांच की जाती है। जिससे दूषित पानी पीने के लिए बच्चे व शिक्षक मजबूर हैं। ग्रामीण क्षेत्र में ब्राण्डलाइन नेटवर्क का कार्य अधूरा पड़ा है। जिसमें लाखों रुपयों का घोटाला किया गया है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या है। विद्युतीकरण की भी समस्या है। दर्जनों विद्यालयों में अभी तक विद्युतीकरण नहीं कराया गया है। जिसके कारण भी नेटवर्क की समस्या बनेगी। विद्यालयों में सफाई व्यवस्था की जलन समस्या है सफाई कर्मी विद्यालय में नियमित रूप से सफ़ाई करने नहीं आते हैं, कोई जवाब देही भी नहीं है। विद्यालयों को जाने वाली संपर्क मार्ग जर्जर व गड्डा युक्त होने के कारण आवागमन में दिक्कत होती है। कई विद्यालयों में संपर्क मार्ग पक्का न होने के कारण बरसात के समय आवागमन काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ऑनलाइन उपस्थिति संभव नहीं है। शिक्षकों से दर्जनों कार्य मध्यान्ह भोजन का क्रियान्वयन, भवन निर्माण, रसोई, पुताई, संचारी रोग अभियान, ब्लॉक और तहसील जिला स्तर पर बैठकें आदि अन्य विभागों के कार्य कराए जाते हैं। कोविड काल के दौरान त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न कराने में सैकड़ो शिक्षक साथियों की असमय जान चली गई। शिक्षकों के प्रति सरकार का विश्वास रवैया सकारात्मक नहीं है। जबकि शिक्षक भविष्य निर्माता है। कुछ शिक्षकों के गलत कार्य शैली के कारण पूरे शिक्षक समाज पर अविश्वास गलत बात है। इससे शिक्षकों का मनोबल टूट जाता है। जबकि दर्जनों महत्वपूर्ण विभाग स्वास्थ्य, पुलिस, बाल विकास पुष्टाहार विभाग, पूर्ति विभाग में ऑनलाइन उपस्थिति नहीं शुरू की गई। यह पक्षपात पूर्ण रवैया क्यों है।
इस अवसर पर जूनियर शिक्षक संघ कछौना के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी, प्राथमिक शिक्षक संघ कछौना अध्यक्ष प्रेम कुमार, अटेवा संघ कछौना, शिक्षामित्र संघ एवं अनुदेशक संघ कछौना के काफी संख्या में शिक्षक घर मौजूद है।