विष्णु सिकरवार
आगरा। मंगलवार को मण्डलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आगरा स्मार्ट सिटी के कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। सर्वप्रथम इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि आईटीएमएस के सभी 43 जंक्शन सक्रिय हैं एवं इन जंक्शनों पर लगे सभी 442 स्मार्ट कैमरे काम कर रहे हैं जिनसे उच्च स्तरीय गुणवत्ता का फोटो व डेटा प्राप्त हो रहा है। एटीसीएस (एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम) के 63 जंक्शन हैं। जिसमें 41 जंक्शन एटीसीएस मोड,बीस जक्षन ब्लिंक मोड, तीन वीएसी और दो फिक्सड मोड पर चल रहे हैं जबकि दो निष्प्रयोग है। मंडलायुक्त ने एसीपी ट्रैफिक को ब्लिंक मोड में चलाये जा रहे जंक्शन पर पुनः निरीक्षण कर उनमें आवश्यकतानुसार सुधार/परिवर्तन करने तथा ज्यादा से ज्यादा जंक्शन को एटीसीएस मोड में ही ट्रैफिक को चलाने के निर्देश दिए। सामान्य सर्विलांस पर बने 267 जंक्शन पूर्ण सक्रिय हैं और इन जंक्शनों पर लगे सभी 1076 स्मार्ट कैमरे काम कर रहे हैं।
आईटीएमएस के माध्यम से स्मार्ट कैमरे में कैप्चर हो रहे यातायात उल्लघंन की संख्या के सापेक्ष बहुत कम चालान निर्गत होने पर मंडलायुक्त द्वारा नाराजगी जतायी गयी। अप्रैल के पहले सप्ताह में यातायात उल्लघंन की संख्या लगभग 3.47 लाख दर्ज की गयी जिसके सापेक्ष सिर्फ 11 हजार चालान ही निर्गत किए गये। महोदया ने आईटीएमएस के माध्यम से चालान निर्गत करने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने एवं उसी के अनुरूप यूजर आईडी उपलब्ध कराने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। दो पहिया वाहनों पर ट्रिपलिंग करने व ओवरस्पीड वाहनों के भी ज्यादा से ज्यादा चालान करने पर जोर दिया। इसके अलावा आरटीओ के समन्वय से भी 15 साल से ज्यादा पुराने वाहन, वाहन इंश्योरेंस, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और प्रदूषण प्रमाण पत्र कैटगरी में भी वाहनों के चालान करने हेतु एक हफ्ते में इस प्रक्रिया का ट्राॅयल शुरू करने के निर्देश दिए।
नगरायुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि पूर्व की बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन के क्रम में बोदला, लोहामण्डी और जीवनी मण्डी चैराहे पर यातायात पुलिस के सहयोग से यातायात नियत्रंण एवं सुधार दिशा में कार्ययोजना बनाकर प्रयास किया गया। उक्त चैराहों पर यातायात जाम की समस्या से समाधान मिला। इसी प्रकार से शहर के अन्य बड़े चौराहों पर यातायात के सुधार हेतु प्रयास किए जायेंगे। वहीं सड़क की तकनीकी खामियों पर भी लगातार काम किया जा रहा है। शहर के सभी चौराहों को अतिक्रमण मुक्त बनाने एवं अवैध रूप से खड़े होने वाले वाहनों को लेकर सवाल पूछे जाने पर एसीपी ट्रैफिक द्वारा अवगत कराया गया कि एमजी रोड़ सहित शहर के मुख्य मार्गों पर अवैध वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जल्द ही चौराहों पर भी अभियान चलाया जायेगा।
आईसीसीसी डैशबोर्ड पर सीसीटीवी सर्विलांस, प्रदूषण सूचकांक, स्मार्ट पार्किंग, प्रोपर्टी टैक्स, पब्लिक टाॅयलेट, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट और प्राप्त होने वाली शिकायतें इत्यादि लगभग सभी कंपोनेंट का डेटा उपलब्ध हो रहा है। साथ ही स्मार्ट सिटी तथा नगर निगम द्वारा प्रदत्त सेवाओं से जुडी सभी एपलीकेशन को भी इसी डैशबोर्ड के साथ इंटीग्रेटड कर दिया गया है। ‘मेरा आगरा’ सिटी एप की समीक्षा की गयी। अवगत कराया गया कि लगभग 10600 मोबाइल यूजर्स द्वारा इस एप डाउनलोड कर सेवाओं का लाभ उठाया जा रहा है। मंडलायुक्त ने इस संख्या को नाकाफी बताते हुए ‘मेरा आगरा’ सिटी एप के द्वारा दी जाने वाली सेवाओं से जागरूक बनाते हुए ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए एवं इस एप से मोबाइल यूजर्स द्वारा किन-किन सेवाओं का लाभ लिया जा रहा है उसकी रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने को कहा।
साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट की समीक्षा की गयी। अवगत कराया गया कि आगरा के लगभग सभी वार्डों में चार लाख से ज्यादा घरों में आरएफआईडी लग चुकी है। डोर टू डोर कूड़ा एकत्रीकरण करने वाली कंपनी के वाहनों में आईईसी की टीम भी तैनात होगी जो प्रत्येक घर से कूड़ा एकत्र करने के उपरांत ही घरों में लगे आरएफआईडी को स्कैन कर यह सुनिश्चित करेगी कि इस घर से कूड़ा एकत्रित कर लिया गया है। मंडलायुक्त ने इस अभियान में तेजी लाते हुए एक महीने में ही सभी 100 वार्डों से शत प्रतिशत डोर टू डोर कूड़ा एकत्रीकरण करने एवं घरों में लगे आरएफआईडी स्कैन करने के निर्देश देते हुए कहा कि घरों के अलावा अन्यत्र स्थानों पर भी यदि कूड़े का ढ़ेर दिखाई देता है तो उसे भी त्वरित उठाया जाए तथा कूड़ा से संबंधित शिकायतों के निदान हेतु संचालित की गयी क्यूआरटी वाहनों को भी लगातार क्रियाशील बनाते हुए प्राॅपर माॅनीटरिंग की जाए। इसके अलावा कूड़ा उठाने वाले वाहन, सफाई कर्मचारियों के उपस्थिति की भी प्रतिदिन माॅनीटरिंग की जाए। जो सफाई कर्मचारी अकारण ही लगातार अनुपस्थित रहे तो उसकी सेवाएं समाप्त की जाएं। डलावघर मुक्त शहर की स्थिति पर अवगत कराया गया कि इसी माह में बीस और डलावघरों को समाप्त कर एकत्रित कूड़े को सीधे डंपिंग जोन पर पहुंचाने की कवायद की जा रही है। वहीं अंडरग्राउंड डस्टबिन में सेंसर लगा दिए गये हैं। 80 प्रतिशत कूड़ा भर जाने पर कंट्रोल सेंटर पर सेंसर बज उठता है और डस्टबिन से कूड़ा एकत्रित कर ट्रांसफर स्टेशन/डंपिंग तक पहुंचा दिया जाता है।
इसके उपरांत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि स्मार्ट सिटी के सभी प्रोजेक्ट में से लगभग 75 प्रतिशत प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं। मंडलायुक्त महोदया ने निर्देश दिये कि स्मार्ट सिटी की आगामी बोर्ड बैठक से पूर्व ही सभी प्रोजेक्ट कार्य पूर्ण कर संबंधित विभाग को हैण्डओवर कर दिये जाएं। पीपीपी मोड पर तीन प्वाइंट पर संचालित पब्लिक बाईसाइकिल शेयरिंग को उचित ढंग से संचालन करने एवं और नए पब्लिक बाईसाइकिल शेयरिंग सेंटर बनाने के निर्देश दिए।
बैठक के अंत में नए प्रोजेक्ट के तहत क्वीन मैरी लाइब्रेरी सदर और इनडोर स्टेडियम का प्रस्ताव व ले आउट प्रस्तुत किया गया। विस्तार से चर्चा के बाद मंडलायुक्त ने दोनों प्रस्ताव का फाइनल डीपीआर जल्द तैयार करने के निर्देश दिये।