विष्णु सिकरवार
आगरा। किरावली एतिहासिक कंस मेला एवं दंगल के आयोजन को लेकर, रविवार शाम को क्षेत्र के संभ्रांत लोगों द्वारा कमेटी गठित कर, मेला व दंगल आयोजन की रूपरेखा तैयार की। जिसमें 17 अप्रैल को कंस मेला और 18 अप्रैल को एतिहासिक दंगल के आयोजन की तिथि निर्धारित की गई। इसके अलावा आयोजित होने वाले ऐतिहासिक कंस मेला और दंगल में होने वाले सभी कार्यक्रमों की रूप रेखा पर, सर्वसम्मति से मोहर लगी। कंस मेला कमेटी अध्यक्ष घंसू सरपंच और संयोजक होलू पहलवान एवं सह संयोजक तोताराम सरपंच ने संयुक्त रूप से, मेला कार्यक्रम की रूपरेखा तय करते हुए बताया कि, आगामी 17 अप्रैल को कंस मेले का आयोजन किया जाएगा और अगले दिन 18 अप्रैल को एतिहासिक दंगल का आयोजन किया जाएगा। वहीं कंस मेला एवं दंगल के आयोजन को लेकर कमेटी द्वारा विभाग बनाकर, जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसमें संयोजक होलू पहलवान व सह संयोजक तोताराम सरपंच रहेंगे। वहीं सर्व सम्मति से अध्यक्ष के रूप में घंसू सरपंच को चुना गया। मेला प्रभारी अमर पाल मुखिया व पप्पू लंबरदार होंगे। इसके अलावा उपाध्यक्ष के रूप में सत्यपाल सिंह मुखिया रहे। कोषाध्यक्ष के रूप में, पीतम सिंह दुबे व तारा चंद एडवोकेट रहे।महामंत्री के रूप में भूपेन्द्र सिंह इंदौलिया, लाखन सिंह मुन्शी, भरत, कल्ला सिंह, अजीत सिंह व विजय पाल सिंह रहे। संरक्षक के रूप में देवी सिंह इंदौलिया व पप्पू सरपंच रहे। संचालन कर्ता के रूप में, डोरी लाल इंदौलिया, डॉ आरपी परमार रहे। डोला प्रभारी के रूप में, डॉ आरपी परमार, मुरारीलाल इंदौलिया रहे। भजन कमेटी के रूप में तारा चंद एडवोकेट, पीतम सिंह दुबे, अमर पाल मुखिया, दीप चंद चाहर रहे।
दंगल रेफरी के रूप में मुकेश पहलवान, देवेन्द्र पहलवान, गज्जे पहलवान, जोगेंद्र पहलवान रहे। रसिया प्रभारी के रूप में, सत्य पाल मुखिया, केहरी सिंह, लाला इंदौलिया रहे। मंत्री के रूप में, राम पाल सभासद, दरोगा सिंह, सूरज मास्टर, रामू, हरि किशन रहे। इसके अलावा मीडिया प्रभारी के रूप में, अमर पाल मुखिया, भूपेन्द्र सिंह इंदौलिया, सर्वसम्मति से चुने गए।
दंगल उत्तर भारत का सबसे बड़ा आयोजन
कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि, ऐतिहासिक कंस मेला और दंगल उत्तर भारत का सबसे बड़ा आयोजन है। जिसमें दूरदराज से कलाकार आकर प्रस्तुति देंगे। वहीं कस्बा के ग्रामीण मिनी स्टेडियम में टूरदराज से मशहूर पहलवान, कुश्ती कला के कौशल का प्रदर्शन करेंगे। वहीं सुरक्षा के दृष्टिगत, पुलिस बल की सक्रियता और सहभागिता विशेष रूप से रहेगी।