
एडीओ(आइएसबी)सकरन के चलते एसएचजी का किया जा रहा शोषण,कर रहे समूहों से लूट चाहे शौचालय केअर टेकर हों या उठान करने वाले पोषण।
सकरन(सीतापुर):नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में समूह की महिलाओं को विधायक निर्मल वर्मा के द्वारा सम्मानित किया गया।जहां एक तरफ महिलाएं सम्मान पाकर प्रसन्न दिखीं वहीं दूसरी तरफ सकरन की समूह की महिलाओं को उनके द्वारा किये जा रहे कामों के भुगतान व अन्य फण्डों में तय एकमुश्त लूट जोकि एडीओ(आइएसबी)सकरन के द्वारा की जा रही है का दर्द देखने को मिला।कार्यक्रम में सकरन से मात्र उंगलियों पर गिने जाने भर गईं महिलाओं का यह प्रमुख कारण रहा।गरीब तबके की महिलाओं के उत्थान के लिए जहां एक तरफ सरकार प्रतिबध्द हो उनकी गरीबी दूर करने के लिए सहायता राशि उपलब्ध करवा रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार की मंशा पर पानी फेर समूहों के फण्ड की खुली लूट करने में नहीं हिचकिचा रहे एडीओ(आइएसबी)सकरन।
चाहे सामुदायिक शौचालय केअर टेकर हों अथवा पोषण उठान करने वाली महिलाओं को प्राप्त होने वाला किराया हर जगह एक निश्चित रकम निर्धारित कर रखी गई है इसी के चलते ब्लॉक में तकरीबन 79 शौचालयों में ताला ही नहीं खुलता वैसे ही पोषण उठान में लेटलतीफी होती रहती।इतना ही हो तो दीगर बात इसके अलावा समूहों को मिलने वाले फण्डों में भी ब्लॉक से लेकर बैंक तक लूट जारी है।
सरकार के महत्वपूर्ण समजोत्थानक कार्यक्रम में बट्टा लगाने वाले एडीओ(आइएसबी) सकरन की धनलोलुपता के चलते सरकार द्वारा बिसवां में कराए गए कार्यक्रम में खिन्न समूह की महिलाओं में सिर्फ गिनी चुनी ही हुईं उपस्थित।यदि ऐसे ही समूहों की लूट रहती है जारी तो परिणाम
सत्तासीन सरकार पर पड़ेगा भारी।
बॉक्स
खुद को कोतवाल से कम नहीं आंकते एडीओ(आइएसबी)सकरन।
सकरन ब्लॉक में तैनात एडीओ (आइएसबी)विजय श्रीवास्तव खुद को कोतवाल से कम नहीं समझते,इनका व्यवहार ऐसा है जैसे ब्लॉक कर्मी न होकर हों खूंखार दारोगा, इनके आचरण से क्षेत्र का हर कोई है आहत।ठसक से खुद को बताते हैं एक मंत्रीजी का करीबी जिसके चलते अमर्यादित भाषा का करते हैं प्रयोग,आजीविका मिशन को बना डाला खेल।
क्रॉशर
संदर्भ में जब बीडीओ सकरन को लगाया गया फोन परंतु बीडीओ सकरन जोकि सीयूजी फोन उठाने से करते हैं परहेज पता नहीं फोन कार्यालय लाते ही हैं या घर बच्चे खेलते हैं वीडियो गेम जिसके चलते नहीं हो सकी वार्ता।यह भी है जांच का विषय।