महिला थाना प्रभारी से न्याय नहीं मिलने पर पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
थाना मछरेहटा में महिला थाना इंचार्ज द्वारा महिला सशक्तिकरण की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रही हैं
30 दिन बीत जाने के बाद विधवा वृद्ध महिला को पुलिस अधीक्षक व मछरेहटा महिला थाना इंचार्ज के द्वारा नहीं मिला न्याय
सीतापुर
एक तरफ सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला सशक्तिकरण चल रही है वहीं दूसरी तरफ सीतापुर के थाना मछरेहटा के अंतर्गत महिला थाना इंचार्ज के द्वारा महिला सशक्तिकरण की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रही हैं वृद्ध महिला कई दिनों से थाने व पुलिस अधीक्षक के चक्कर लगा रही है मगर पुलिस अधीक्षक के द्वारा फिर उसकी शिकायत पत्र थाने में भेज कर न्याय की बात कही मगर महिला थाना प्रभारी के द्वारा महिला सशक्तिकरण की धज्जियां उड़ती हुई नजर आ रहा है वृद्धा विधवा महिला का पुत्र मजदूरी करने गया था जिसमें वह दबंग ठेकेदार द्वारा उसे व्यक्ति से ऐसी जगह पर काम करवाया जा रहा था जिसमें वह बाउंड्री गिर जाने का शंका था और यह व्यक्ति उसमें काम करने गया और काम कर रहा था उसी समय बाउंड्री गिर जाने के करण कई जगह चोटिल हो गया इसकी शिकायत वृद्ध महिला ने कई दिन पहले थाना मछरेहटा में की परंतु मछरेहटा महिला थाना प्रभारी द्वारा वृद्ध महिला को न्याय नहीं दिलाया गया फिर महिला वृद्ध महिला ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक को की और न्याय की गुहार लगाई अब देखना बात है कि पुलिस अधीक्षक महिला सशक्तिकरण की पालन करते हुए महिला को सही न्याय देंगे या नहीं अब देखने वाली बात है बताते चलें सीतापुर के मछरेहटा थाना क्षेत्र के फतेहनगर का है जहां पर विधवा वृद्ध महिला अनुसूचित जाति पासी की गरीब महिला रहती है घटना दिनांक 2.11.2023 समय करीब 12:30 बजे दोपहर की है प्राथमिक का पुत्र प्रवीण जो मजदूरी पैसा व्यक्त है वह गांव में रसोई या राजकुमार पुत्र पुत्तू निवासी उपरोक्त के बुलाने पर गांव के ही सरकारी स्कूल की क्षतिग्रस्त बिल्डिंग का काम करने गया था विपक्षी ठेकेदार आफत पुत्र रस्म खान निवासी लहरपुर सीतापुर का मोबाइल नंबर 831828 9731 के काम पर गया था जहां पर ठेकेदार द्वारा जबरदस्ती मेरे लड़के को खतरे वाली जगह कम करने जर्जल बिल्डिंग की छत तोड़ने हेतु लगा दिया गया जहां पर काम के दौरान छत डालने से उसके नीचे दबने से मेरे पुत्र प्रवीण के मुंह वी सर पर गंभीर चोट आई हैं जानकारी पाकर काफी लोगों ने मौके पर आ गए जिसकी किसी का प्राइवेट वाहन से सीएससी मित्रता में भर्ती कराया गया जहां मेरे पुत्र की हालत खराब होने के कारण जिला अस्पताल भर्ती कराया गया जहां सरवन के कई टैंक लगाकर लगातार इलाज चल रहा है वही ठेकेदार से फोन पर बात करने पर बताया गया की इलाज करा देंगे लेकिन जब कुछ दिन बाद ठेकेदार द्वारा जाट सूचक गालियां देते हुए भगा दिया गया जिससे प्राथमिक काफी परेशान है और इलाज करने की समस्या से ग्रसित है।