भागवत सुनने से मिलता है मोक्ष : धनंजय दास
लालगंज/प्रतापगढ़ रामपुर बावली क्षेत्र के साधौराम जांगरा में हो रही श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ में सातवें दिन प्रवचन करते धनंजय दास जी ने कहा कि हमें श्रीमद्भागवत कथा को सुनकर धर्म की राह पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि नर्को की यातना का वर्णन करते हुए अगमोल भक्त नाथ संकीर्तन भजन करता रहा। नाथ के आधार पर प्रहलाद ने भगवान को प्रकट किया। इसलिए भगवान के नाम को अपने जीवन में कभी भी भुलाना नहीं चाहिए।उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। कथा सुनने से न केवल अपने विचार शुद्ध होते हैं, बल्कि मानव के अंदर दूसरे के प्रति प्रेम व आदर बढ़ता है। उन्होंने कहा कि देखने में आता है जब मानव परेशानी में होता है तो प्रभु का नाम रटने लगता है, लेकिन जैसे ही उसके जीवन में सुखों का आगमान होता है तो वह प्रभु नाम भूल जाता है। उन्होंने कहा कि मानव को सुख हो या दुख कभी भी प्रभु का नाम नहीं भूलना चाहिए। आयोजक सुपुत्र संतोष द्विवेदी ने बताया कि कथा श्रवण के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे थे जिनका मैं हृदय से आभारी हूँ। उन्होंने बताया कि आज ही कथा का समापन हो जायेगा। उसके उपरांत श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया जाएगा। कथा के संयोजक समाजसेवी शीतला प्रसाद द्विवेदी एवं सुशीला देवी ने व्यासपीठ का रोली चंदन से श्रीअभिषेक किया। सह संयोजक रमेशचंद्र दुबे व मालती देवी ने कथाव्यास समेत श्रद्धालुओं को मंगल टीका लगाकर सम्मानित किया। कथा के दौरान भक्त मण्डली व श्रद्धालुओं के मनमोहक संकीर्तन ने माहौल को भावविभोर बना दिया। इस मौके पर अनिल शुक्ल, चंदन कौशल, गौरी शंकर तिवारी, राम अवधेश, शुभम श्रीवास्तव, शिवेशानंद, रमाकांत द्विवेदी, सुरेश नारायण द्विवेदी, श्याम नारायण द्विवेदी, दिवाकर, विनय, सुधाकर आदि रहे। रामलखन द्विवेदी द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।