
*बढ़ गया ठंड का असर, धूप की तपिश भी हुई कम*
जौनपुर/अरुण कुमार दूबे
नवंबर महीने की शुरुआत के बाद ही ठंड का असर बढ गया है। न्यूनतम तापमान कम होने लगा है। धूप की तपिश भी कम हो गई है। ठंड के कारण सर्दी- जुकाम के मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढने लगी है।
मौसम में हो रहे बदलाव के कारण जुकाम, खांसी, बुखार के मरीज बढ़ने लगे हैं। नवंबर महीने की शुरुआत के साथ ही जहां सर्दी का मौसम शुरू होने लगा है।दिन में मौसम गर्म होता है। लेकिन सुबह और रात में पहनावे पर लोग ध्यान नहीं रख रहे हैं। दिन में लोग घर से कम कपड़े पहनकर निकलते हैं और शाम को घर पहुंचते-पहुंचते मौसम ठंडा हो जाता है। मौसम बदलने के साथ सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में दर्द, सिरदर्द, शरीर में दर्द, तेज बुखार हो रहा है। वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है। जांच में डेंगू के मरीज भी मिल रहे हैं। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से उल्टी-दस्त और बुखार के मरीज भी बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
मौसम परिवर्तन के साथ ही मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़ने लगे हैं। बुखार, सर्दी, जुकाम के मरीज इलाज पहुंच रहे हैं। अस्थमा के मरीज के लिए तो सबसे अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। अस्थमा के मरीज को अपनी दवा हमेशा अपने पास रखनी चाहिए। मौसम के करवट लेते ही बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं क्योंकि बच्चों का शरीर परिवर्तन को जल्दी स्वीकार नहीं कर सकता है। बच्चों को गर्म कपड़ों में रखना शुरू कर दें। सर्दी जुकाम होने से तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। त्वचाका रखें ख्याल रू सर्दीशुरू होते ही शरीर से पसीना आना बंद हो जाता है। इससे त्वचा में खिंचाव जाता है। जिसे त्वचा फटनी भी शुरू हो जाती है। ब्यूटी एक्सपर्ट बताती हैं कि सर्दी में त्वचा पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इस मौसम में नहाते समय साबुन का इस्तेमाल भी देखकर करें। अधिक कास्टिक वाली साबुन का इस्तेमाल करें। साथ ही मॉस्चराइजर का भी जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। खाने-पीनेका रखें ख्याल रू इसमौसम में यदि आपके खाने-पीने का चार्ट बिगड़ा तो इससे आपकी सेहत तो बिगड़ेगी ही। साथ ही आपकी फिगर पर भी बुरा असर पड़ सकता है बॉडी एक्सपर्ट सर्दी के मौसम में रोजाना सैर एक्सरसाइज को रेगुलर रखने की जरूरत बताई।