
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ग्राम स्वराज पर अधिक जोर देते थे। वह कहते थे कि गांव में ही भारत बसता है। गांव का जब विकास होगा तो देश का विकास होगा और यह कार्य राष्ट्रपति के गांव परौंख में देखने को मिल रहा है। परौंख में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक साथ आकर राष्ट्रपिता के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने का कार्य किया। यह बातें परौंख में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही।
आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपति जी, आपका आपकी ही जन्मभूमि पर मैं प्रदेशवासियों की ओर से अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। आज हम सबका सौभाग्य है जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है उन स्थितियों में उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक छोटे से गांव परौंख में देश के सर्वोच्च सवैंधानिक पद पर सुशोभित राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री महात्मा गांधी के ग्राम स्वरोजगार के सपने को साकार कर रहे हैं। देश की यह ऐतिहासिक घटना है जब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एक साथ गांव में हैं। उत्तर प्रदेश के विकास के लिए 80 हजार करोड़ रुपये का शुभारंभ करके सीधे प्रधानमंत्री इस गांव पहुंचे हैं। इस भीषण गर्मी में गांव की एक-एक गतिविधि का अवलोकन किया है। यह सबके लिए प्रेरणादायी है।
योगी ने कहा कि देश के हर क्षेत्र में परिवर्तन दिख रहा है। उसी का असर है कि परौंख आदर्श गांव बन गया है। इस गांव में हर प्रकार की बुनियादी सुविधा है, तीन परिषदीय विद्यालय, एक जूनियर एवं एक इंटर कालेज है। सामुदायिक भवन और मंडी भी है। परौंख आदर्श गांव बन गया है। डिजिटल गांव बन गया है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का एक साथ आगमन बहुत कुछ संदेश दे रहा है। राष्ट्रपति इसी गांव में जन्म लिये, यहीं से पढ़े-लिखे और आगे बढ़े। काशी के साथ उत्तर प्रदेश का समग्र विकास कैसे होना है इसके पीछे प्रधानमंत्री का मार्गदशर्न और नेतृत्व है। आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से उठकर आगे बढ़ गया है।