सुहागिन महिलाओं ने आज बिधि बिधान से वट बृक्ष की पूजा कर अखंड शौभाग्यवती रहने का मांगा वरदान
श्रवण कुमार मिश्र
सीतापुर / जेष्ठ मांह की सोमावती अमांवस्या के दिन आज सुहागिन महिलाओं ने विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए अपने पति के दार्घायु की कामना करते हुए सदा अखंड शौभाग्यवती रहने का वरदान मांगा । पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जेष्ठ मांह की अमांवस्या तिथि को सुख समृद्धि और संतान प्राप्ति एवं पति की दीर्घायु को लेकर सनातन से हिन्दू समांज की महिलाऐं वट सावित्री व्रत रखती चली आ रही है । आज तहसील क्षेत्र में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक वट सावित्री ब्रत महिलाओं ने बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया । सुबह से सुहागिन महिलाओं ने निस्चित मुहूर्त पर बिधि बिधान से वट बृक्ष की पूजा करके अखंड सौभाग्यवती रहने वरदान मांगा । सनातन धर्म और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वट वृक्ष पूजनीय माना जाता है । इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास रहता है। जेष्ठ मांह की अमांवस्या के दिन वट वृक्ष की पूजा करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती रहने का वरदान प्राप्त होता है । आज सुहागिन महिलाऐं प्रातः काल से ही नित्यकर्म, स्नानादि करके धूप , दीप , घी नौवेद्य सहित समस्त पूजन सामग्री के साथ देवी सावित्री और सत्यवान की प्रतिमा को वट वृक्ष के नीचे स्थापित करके जल , पुष्प, अक्षत, फूल, भीगा चना , मिठाई अर्पित करके बिधि बिधान से पूजा अर्चना की । और वट बृक्ष में 7 बार रक्षा सूत्र लपेट कर परिक्रमा करते हुए सुख , समृद्धि , संतान प्राप्ति की कामना करते हुए अपने पति की दीर्घायु को लेकर अखंड शौभाग्यवती रहने का वरदान मांगा