100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सालाना सूची में विख्यात उद्योगपति गौतम अडानी, उच्चतम न्यायालय की वकील करुणा नंदी और कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज को शामिल किया गया है।
इस सूची में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की, मिशेल ओबामा, ऐप्पल सीईओ टिम कुक का भी नाम है। सूची में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अलावा केविन मैकार्थी, रॉन डेसेंटिस, किर्स्टन सिनेमा, केतनजी ब्राउन जैक्सन अमेरिकी राजनीतिक हस्तियां हैं। साल 2022 के लिए जारी सूची में 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में 18 साल की एलीन गु भी हैं, वहीं सबसे उम्रदराज व्यक्ति के तौर पर 91 वर्षीय फेथ रिंगगोल्ड का नाम है।
इस सूची को छह श्रेणियों में बांटा गया है- आइकॉन, पायनियर्स, टाइटंस, आर्टिस्ट, लीडर्स और इनोवेटर्स। सूची में जहां अडानी को एप्पल के सीईओ टिम कुक और अमेरिकी होस्ट ओपरा विनफ्रे के साथ टाइटंस श्रेणी में रखा गया है, वहीं नंदी और परवेज को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के साथ लीडर्स श्रेणी में रखा गया है।
दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी हैं जिन्हें 13वीं बार इस सूची में शामिल किया गया है। उनके अलावा ओपरा विनफ्रे (10), व्लादिमीर पुतिन (7), जो बाइडन (5), क्रिस्टीन लेगार्ड (5), टिम कुक (5), एडेल (3), राफेल नडाल (2), एलेक्स मॉर्गन (2) , अबी अहमद (2), इस्सा राय (2), मेगन रापिनो (2) और उर्सुला वॉन डेर लेयेन (2) बार टाइम की सूची में जगह बना चुके हैं।
टाइम- 100 ने मनोरंजन क्षेत्र से जुड़े चैनिंग टैटम, पीट डेविडसन, अमांडा सेफ्राइड, ज़ेंडाया, एडेल, सिमू लियू, मिला कुनिस, ओपरा विनफ्रे, अहमिर क्वेस्टलोव थॉम्पसन, मैरी जे ब्लिज, मिरांडा लैम्बर्ट, जॉन बैटिस्ट और कीनू रीव्स को अपनी लिस्ट में जगह दी है। इसके अलावा एथलीट्स में नाथन चेन, एलेक्स मॉर्गन, एलीन गु, कैंडेस पार्कर, एलेक्स मॉर्गन, मेगन रैपिनो और बेकी सॉरब्रुन और राफेल नडाल का नाम है।
भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में अहम हो सकते हैं अडानी
टाइम के अनुसार, अडानी समूह अब दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाने के साथ ही भारत की दिग्गज कंपनी है, हालांकि अडानी लोगों की नज़रों से दूर रहते हैं और चुपचाप अपना व्यापारिक साम्राज्य बढ़ा रहे हैं। अडानी दुनिया के पांचवें सबसे अमीर व्यक्ति बनने के लिए वॉरेन बफेट के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। 2025 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य में अडानी की अहम भूमिका हो सकती है।
नंदी ने अदालत कक्ष और बाहर आवाज बुलंद करती रही हैं
पत्रिका ने करुणा नंदी के बारे में कहा है कि नंदी न केवल एक वकील हैं बल्कि एक सार्वजनिक कार्यकर्ता भी हैं, जो बदलाव लाने के लिए अदालत कक्ष के अंदर और बाहर दोनों जगह अपनी आवाज बुलंद करती हैं। वह ‘महिला अधिकारों की चैंपियन’ हैं, जिन्होंने बलात्कार निरोधक कानूनों में सुधार की वकालत की है और कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न से संबंधित मामले लड़े हैं।