
पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की नृशंस हत्या पर पत्रकारों में आक्रोश, हत्यारों की फांसी की मांग
अनुज कुमार जैन
महमूदाबाद, सीतापुर शनिवार शाम दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर हेमपुर ओवरब्रिज पर दैनिक जागरण के तहसील संवाददाता राघवेंद्र वाजपेयी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस नृशंस घटना से पूरे जिले के पत्रकारों में भारी आक्रोश फैल गया है। पत्रकारों ने हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी, फांसी की सजा और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा व मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
*पत्रकारों का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन*
रविवार सुबह अवध पत्रकार संघ, उप्र श्रमजीवी पत्रकार यूनियन और एप्जा पत्रकार संघ के 50 से अधिक पत्रकारों ने अध्यक्ष रमेश वाजपेयी के नेतृत्व में नगर में जोरदार प्रदर्शन किया। रामकुंड चौराहा से पैदल मार्च निकालते हुए बजाजा चौराहा, चिकमंडी चौराहा होते हुए तहसील कार्यालय तक नारेबाजी की गई—
“पत्रकार एकता जिंदाबाद!”
“राघवेंद्र के हत्यारों को फांसी दो!”
तहसील पहुंचकर पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम बी.के. सिंह को सौंपा।
ज्ञापन में रखी गई मुख्य मांगें:
1. हत्या की तत्काल जांच और दोषियों की गिरफ्तारी।
2. हत्यारों को फांसी की सजा।
3. मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी।
4. पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा।
*पत्रकार सुरक्षा को लेकर बढ़ी मांग*
मालूम हो कि राघवेंद्र वाजपेयी लंबे समय से भूमाफियाओं, धान खरीद घोटाले, सरकारी कर्मियों द्वारा अवैध भूमि खरीद, स्टांप चोरी जैसे मुद्दों को उजागर कर रहे थे। उनकी हत्या के पीछे इन घोटालों से जुड़े लोगों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
*प्रदर्शन में शामिल प्रमुख पत्रकार:*
श्रीष रस्तोगी, राजकुमार जैन, अनुज कुमार जैन,सुधीर श्रीवास्तव, धीरेंद्र मिश्र, इरफान मंसूरी, अनंत रत्नम वाजपेयी, दीपक गुप्ता, आसिफ सईद, अब्दुल्ला खान, आयुष जैन, धीरज नाग, उत्तम गुप्त, आंजनेय वाजपेयी, अर्पित शुक्ल, आरिफ खान, अमित वाजपेयी, सुनीता गौतम, अंजू सिंह, विष्णु पोरवार, नवनीत पांडेय, अमृतांशु मिश्र, अखिलेश विश्वकर्मा, शिवकुमार, पप्पू रिजवी, जियाउल हक, संतोष पांडेय, मनोज कुमार, तेजभान, सुनील वर्मा, तुफैल, आनंद श्रीवास्तव, लक्ष्मी गुप्ता, गगन मिश्र, अरुणेश मिश्र, दिलीप मिश्र, संतोष पांडेय सहित 50 से अधिक पत्रकार इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
*पत्रकारों ने दी चेतावनी*
संघों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी और परिजनों को न्याय नहीं मिला, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की भी मांग की गई है।