
दलालों की दलाली में समा गया समूचा जिला अस्पताल
जिला अस्पताल में कमरा नंबर 2 में सुबह से ही लगता है दलालों का जमावड़ा
दलाल की फोटो कैमरे में कैद होने के बाद डॉक्टर हुई आग बबूला
जिला अस्पताल में एक दलाल सुबह से डॉक्टरों का बन जाता है मेहमान
फतेहपुर जिले की सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने अभी हाल ही में जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करते हुए डॉक्टरों को सख्त चेतावनी देते हुए बताया कि यदि डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवा मरीज व उनके तीमारदारों को लिखी गई और किसी मरीज द्वारा जानकारी मिली तो संबंधित डॉक्टर के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी वहीं उन्होंने जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को भी कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि मरीज के तीमारदारों को बाहर की दवा लिखे जाने पर संबंधित डॉक्टर के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें वही आज जिला अस्पताल में कमरा नंबर दो कि डॉक्टर के कमरे में सुबह से ही अरबी फारूकी दलाल का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है वही आने वाले मरीजों को मात्र 5 मिनट में देख कर बाहर भेज दिया जाता है परंतु जिला अस्पताल में रोज आने वाले दलाल डॉक्टरों के कमरे में ऐसे विराजमान होते हैं मानो जैसे उनके मेहमान हो आज एक संवाददाता के फोटो खींचने के बाद कमरा नंबर दो कि डॉक्टर मानो आगबबूला सी हो गई उन्होंने संवाददाता के ऊपर दबाव बनाना चाहा और अपने चहेते दलाल की फोटो डिलीट कराने की बात कही वही संवाददाता ने जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से कमरा नंबर 2 में बैठने वाली डॉक्टर की शिकायत की तो डॉक्टर द्वारा उच्च अधिकारियों के सामने इस तरीके से बात की गई जैसे मानो कोई अनपढ़ जाहिल गवार की भाषा शैली हो परंतु बात यह नहीं समझ में आई कि जब डॉक्टर साहिबा अपने कमरे में कुर्सी पर बैठकर मरीजों को देख रही थी तो फिर उन्हें संवाददाता के फोटो खींचने पर आपत्ति किस बात की थी कहीं ना कहीं उनके चहेते दलाल जो कैमरे में कैद हो गए थे यही कारण था कि डॉक्टर साहिबा आग बबूला हो गई और संवाददाता को धमकी देने लगी हालांकि जिला अस्पताल में यह कोई नई बात नहीं है जिला अस्पताल में चारों तरफ कैमरे लगे हुए परंतु उच्च अधिकारी भी कैमरों में देख कर भी अनदेखा करते हैं और कोई भी उच्च अधिकारी इन दलालों के ऊपर कार्यवाही नहीं करना चाहता क्योंकि उन्हें इस बात का अच्छा खासा कमीशन मिलता है यह दलाल डॉक्टरों के कमरे में सुबह 8:00 बजे ओपीडी शुरू होने के बाद 2:00 बजे तक मेहमान की तरह कमरों में बैठे रहते हैं और मरीजों की जेब ढीली करवाने का काम डॉक्टरों से करवाते हैं और अपने फॉर्म की दवा लिखवा कर डॉक्टरों को भी कमीशन के तौर पर मोटी रकम देते हैं यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का सपना जनपद में साकार नहीं हो पा रहा क्योंकि उनके डॉक्टर ही कमीशन खोरी के चक्कर में मरीज व उनके तीमारदारों की जेब ढीली करने में लगे हुए