
पूंजीवाद और रसूख की भेंट चढ़ीं दो दलित मजदूरों की जिंदगियां,तबाह हुए दो परिवार
मिल मालिक की लापरवाही से हुई दो मजदूरों की मौत,मिल मालिक के राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस ने साधी चुप्पी
कन्नौज/हिमांशु द्विवेदी
छिबरामऊ नगर के दिलु नगला रोड पर स्थित मील में मालिक की लापरवाही और मानकों के विपरीत कार्य शैली के चलते दो दलित मजदूरों की मौत हो गई।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी और श्रम प्रवर्तन अधिकारी कई घंटों तक मील के बाहर खड़े रहे पर मील मालिक के रसूख के चलते मील का दरवाजा ना खुलवा सके।
मील मालिक के रसूख और उसकी पहुंच का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घटना के दो दिनों के बाद भी ना तो मील मालिक की गिरफ्तारी हो सकी और ना ही मृतकों के परिवारिक जनों को कोई मुआवजा मिला।
दरअसल 14 फरवरी को दोपहर में कौशल दीक्षित की राइस मिल में कार्य करते समय बहवलपुर निवासी 25 वर्षीय ब्रजेश और काशीराम कॉलोनी निवासी 50 वर्षीय राजेंद्र की धान के बोरों के नीचे दबकर मौत हो गई थी।जिसको लेकर कोतवाली पुलिस ने पीड़ित परिवार की तरफ़ से दिए गए प्रार्थना पत्र पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया ।
परन्तु गिरफ्तारी के मामले पर कोतवाली पुलिस का कहना है कि जांच कर कार्यवाही की जाएगी।वहीं मृतकों के परिवार का रो रो कर बुरा हाल हो गया।मृतक ब्रजेश अपने पीछे एक आठ माह का बच्चा और दुखी पत्नी छोड़ गए जिनका इस घटना से मनोबल टूट गया और वह टकटकी से प्रशाशन से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।