
कस्बा मिश्रित के सीताकुंड तीर्थ पर स्थित शेषनाथ महादेव मंदिर में छिपे है गुप्त रहस्य ।
मिश्रित सीतापुर / जनपद सीतापुर से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महर्षि दधीचि की पावन तपो भूमि कस्बा मिश्रित में प्राचीन सीताकुंड तीर्थ के दक्षिण छोर पर स्थित भगवान शेषनाथ महादेव मंदिर अपने आप में काफी रहस्य से संजोए हुए हैं । यह विशाल मंदिर चारों ओर से गोलाकार में बना हुआ है । मंदिर के द्वितीय तल पर भगवान आशुतोष शेषनाथ महादेव का शिवलिंग स्थापित है । इस क्षेत्र में यह सबसे विशाल मंदिर है । वैसे तो इस मंदिर पर शिव भक्त अपनी मनोकामना लेकर प्रति दिन सुबह-शाम पूजा आरती में भाग लेते रहते है । परन्तु वर्तमान समय श्रावण मांह चल रहा है । इस प्राचीन शिव मंदिर पर लाखों शिव भक्त रुद्राभिषेक , जलाभिषेक , दुग्धाभिषेक , रामायण पाठ आदि अनुष्ठान कराकर भगवान शेषनाथ महादेव की कृपा पात्र बनते रहते है । लेकिन प्रत्येक सोमवार को इस मंदिर परिसर में विशाल मेले का आयोजन होता है । जिसमें दूर दराज से सैकड़ों कांवडियां कांवड़ लेकर भगवान शेषनाथ महादेव को अर्पित करते है । वहीं आयोजित मेले में हजारों स्थानीय श्रद्धालु भगवान शेषनाथ महादेव पर बेलपत्र अर्पित करके अपनी मन्नतें मांगते हैं । ऐसी मान्यता है । कि भक्त कभी खाली हाथ नहीं जाते हैं ।
इस मंदिर का इतिहास ।
सन 1953 में ब्रम्हलीन महात्मा शेष जी महराज ने इस स्थान पर 10 कोटि पार्थेश्वर शिवलिंग स्थापित कराकर अति रूद्र महायज्ञ का अनुष्ठान किया था । यज्ञ सफल होने के बाद 1954 में उन्होने इस विशाल मंदिर का निर्माण कराया था । इस यज्ञ अनुष्ठान में 88000 श्रेष्ठ ब्राह्मण शामिल हुए थे । तभी से यह मंदिर शेषनाथ महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है । इस मंदिर में प्रति दिन सैकड़ों श्रध्दालु अपनी मनोकामना लेकर पूजन अर्चन करने आते हैं । श्रावण मांह में शिव भक्त रामायण पाठ , रुद्राभिषेक , जलाभिषेक आदि अनुष्ठान कराकर भगवान शिव की कृपा पात्र बनते रहते है ।
इस मंदिर की विशेषता ।
भगवान शेषनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग बिल्कुल सफेद दूधिया रंग का है । मंदिर के अंदर भगवान राम , माता सीता व लक्ष्मण महादेव की आराधना मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं । सीता कुंड के दक्षिणी छोर पर स्थित यह प्राचीन मंदिर अपने आप में काफी रहस्य संजोए हुए है । जिससे श्रद्धालु भक्त इस मंदिर पर नियमित पूजन अर्चन करने आते है ।