फाइलेरिया से बचाव की दवा खुद खाएं, दूसरों को भी प्रेरित करें
फाइलेरिया जागरूकता को लेकर पीसीआई ने ग्राम प्रधानों व किसानों के साथ की बैठक
सीतापुर। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बिसवां ब्लॉक के कटिया गांव में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में फाइलेरिया जागरूकता को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशल (पीसीआई) संस्था के तत्वावधान आयोजित हुई। बैठक में आगामी दस अगस्त से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान (आईडीए राउंड) के बारे में चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र की डॉ. रीमा ने कहा कि उन्होंने बैठक में मौजूद ग्राम प्रधानों एवं किसानों से अपील की कि वह अपने गांव में इस अभियान का शुभारंभ स्वयं दवा खाकर करें। इसके बाद अपने परिवारीजन, आस-पास के लोगों व गांव के अन्य बाशिंदों को दवा खाने के लिए प्रेरित करें। क्योंकि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है और इससे बचने का एकमात्र उपाय समय पर फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करना है जिससे कि समय रहते फाइलेरिया के परजीवी पर नियंत्रण पाया जा सके।
इस मौके पर पीसीआई की जिला समंवयक अंशू मिश्रा ने कहा कि आगामी 10 से 28 अगस्त के मध्य सर्वजन दवा सेवन अभियान (आईडीए) चलाया जाएगा । इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाएंगी। उन्होंने बताया कि दवा खाली पेट नहीं खानी है। दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि आप सभी लोग स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा खाएं। उन्होंने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन एक वर्ष के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है।