
विष्णु सिकरवार
आगरा। किरावली में चुनाव प्रचार के आखिरी पड़ाव पर प्रत्याशियों द्वारा अपनी पूरी ताकत झोंकी जा रही है। शाम छः बजे से चुनाव प्रचार पूरी तरह से थम जाएगा। उससे पहले प्रत्याशी अपना पूरा दमखम दिखाने में जुटे हैं। इसी क्रम में, रविवार को कस्बा के रामवीर क्रीड़ा स्थल मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी डा रामेश्वर चौधरी ने पूरे दमखम के साथ, अपने समर्थन में विशाल जनसभा का आयोजन किया। जिसमें कई हज़ारों की संख्या में समूचे क्षेत्र से आई समस्त सरदारी ने, एक स्वर में चौधरी रामेश्वर विजयी भव: के नारे लगाकर, अपना आशीर्वाद दिया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि मौजूदा विधायक और निर्दलीय प्रत्याशी डा रामेश्वर चौधरी के पिता चौधरी बाबूलाल की मौजूदगी ने, समूची सभा में जोश भरने का काम किया। मंच पर विधायक चौधरी बाबूलाल और उनके पुत्र डॉ रामेश्वर चौधरी के आते ही, जिंदाबाद के नारे लगाए गए। वहीं समर्थकों ने अपना जोश दिखाते हुए, निर्दलीय प्रत्याशी डॉ रामेश्वर चौधरी को अपने कंधे पर उठा लिया।
मंच पर आए चौधरी बाबूलाल ने आते ही अपने कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए। उन्होंने आते ही मौजूद जनता के बीच गिर्रज महाराज की जय का नारा लगाया। इसके बाद उन्होंने भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर पर जमकर बोला। उन्होंने कहा कि, क्षेत्र में इस समय कुछ भी हो, नाम हमारा लिया जाता है। उनका कहना है कि, मेरे पीछे ही पड़ गए हैं। अब बताओ जो पिछले पांच साल में जनता के बीच नहीं रह सका, वो विकास क्या करेगा। केवल झूठ बोलकर जनता को बेवक़ूफ़ बनाने का काम किया है। इसके अलावा कहा कि, हम भी चुनाव में हैं, और तुम भी चुनाव में। खुलकर आओ मैदान में, आरोप लगाने से क्या होगा।
विधायक चौधरी बाबूलाल ने भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, अगर सांसद अपने कर्तव्य और जनता से लगाव रखते तो, पूरे लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक गाँव और कस्बों में राजकुमार चाहर को लेकर नाराजगी नहीं होती। अगर आपने विकास किया है तो जनता को गिनाए पांच साल में पांच काम। ये सब जुमलेबाज़ी है, जनता को धोखा दिया गया है।
विधायक ने कहा कि, हम भाजपा पार्टी के खिलाफ़ न थे, और न हैं। हमें सिर्फ प्रत्याशी से परेशानी है। हमने हाई कमान को पहले ही सूचित कर दिया था कि, आप प्रत्याशी बदल दो, उसकी जगह किसी भी जाति या समुदाय का हो हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। बल्कि पूरा समर्थन देंगे। लेकिन राजकुमार चाहर मैदान में है, तो चाहे पड़े चार वोट लेकिन डटे रहेंगे मैदान में।