भाजपा सांसद परवेश साहिब सिंह ने कहा है कि इन दिनों नवरात्र चल रहे हैं. लिहाजा पूरे देश में नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानें बंद होनी चाहिए.बता दें कि इससे पहले कर्नाटक के बाद अब दिल्ली में मीट की दुकानों पर बवाल शुरू हो गया हैसाउथ दिल्ली और ईस्ट दिल्ली में नवरात्र के दौरान मीट की दुकानें बंद रखने की बात कही गई.
ईस्ट दिल्ली के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा था कि अभी तक यह सिर्फ एक अपील है. नवरात्र के दौरान हम लोग प्याज-लहसुन भी नहीं खाते हैं. इसलिए मैंने सभी मीट विक्रेताओं से अपील की है कि वे हिंदू भाव को समझें और इन दिनों में अपनी दुकान को बंद रखें. मैं सद्भाव को बढ़ावा देता हूं. इससे पहले पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने मांग की थी कि “मांस की दुकानों को बंद करने से हमें इस त्योहार के दौरान खुशी मिलेगी.
‘गैर-मुस्लिमों के सार्वजनिक रूप से खाने पर हो बैन’
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि रमजान के दौरान हम सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच भोजन नहीं करते हैं. मुझे लगता है कि यह ठीक होगा अगर हम हर गैर-मुस्लिम निवासी या पर्यटकों के सार्वजनिक रूप से खाने पर प्रतिबंध लगा दें खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में. अगर दक्षिण दिल्ली के लिए बहुसंख्यक वाद सही है, तो वह जम्मू-कश्मीर के लिए भी सही होना
‘पूरे नवरात्र मांस की दुकानें रहेंगी बंद’
इससे पहले साउथ दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को दिल्ली में मांस की दुकानें नवरात्रि के दौरान बंद रहनी चाहिए. नवरात्रि के 9 दिनों में भक्त मांस और कुछ मसाले खाने से बचते हैं. उन्होंने कहा था कि नवरात्रि के दौरान लोग मंदिर जाते हैं. भगवान के प्रति अपनी आस्था जाहिर करते हैं और अपने परिवार के लिए मन्नतें मांगते हैं. इस दौरान लोग खाने में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल करने से भी बचते हैं. ऐसे में खुले तौर पर मंदिर के पास मीट बिकने पर उन्हें असुविधा हो सकती है.