
महमूदाबाद-सीतापुर। नगर में करीब दो सैकड़ा से अधिक ई-रिक्शा और आधा सैकड़ा टैंपों में दर्जनों बिना पंजीयन के फर्राटा भर रहे हैं। हालत यह है कि निर्धारित पार्किंग स्थल न होने से बिना स्टैंड के ही सार्वजनिक जगह पर ई-रिक्शा का रेला रहता है। जबकि, इस समय अतिक्रमण अभियान न चलने से सड़क की पटरियों पर अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या बनी हुई है। वहीं, हर तरफ ई-रिक्शा चालकों के सड़क पर कब्जा जमाने से ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है।
बता दें कि नगर में दर्जनों ई-रिक्शा बिना रजिस्ट्रेशन के दौड़ रहे हैं। इन पर ओवरलोडिंग होने के बाद भी जिम्मेदार बेखबर हैं। महमूदाबाद नगर के व्यस्ततम रामकुंड, बस स्टैंड और बजाज़ा चौराहे पर ई-रिक्शा चालक सवारियों को बिठालने के लिए रोड पर ही रिक्शा रोक देते हैं। जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं, रामकुंड चौराहे के करीब पैंतेपुर रोड पर डग्गामार टैंपो स्टैंड धड़ल्ले से संचालित है और चालक ओवरलोडिंग करते देखे जा सकते हैं। यातायात में इनसे जाम की भी समस्या बढ़ गई है। बिना लाइसेंस ई-रिक्शों के नाबालिग चालक सड़कों पर यमदूत बनकर वाहनों को दौड़ा रहे हैं। सार्वजनिक जगह पर वाहन खड़े कर यह सवारियां भरते हैं। जिससे जाम की स्थिति लगातार विकराल होती जा रही है। इससे हादसों की भी आशंका बढ़ गई है। नगर निवासी अय्यूब अहमद ‘डंपी’ कहते हैं कि गैर पंजीकृत व बिना नंबर के ई-रिक्शा मुसीबत का सबब बने रहे हैं। ऐसे में अगर किसी हार्ट के मरीज को तबियत बिगड़ने पर सीएचसी ले जाया जाता है तो जाम की समस्या के चलते मरीज अक्सर दम भी तोड़ देते हैं। ई-रिक्शा चालक कहीं से भी सवारी से लेकर सामान भरकर निकल पड़ते हैं। जो बड़े हादसों को दावत देते हैं।
*क्षमता से अधिक सवारियां भरते*
क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर फर्राटा भरने वाले अधिकतर ई-रिक्शा और टैंपो जहां बिना नंबर के हैं। वहीं, उन्हें चलाने वाले भी अनट्रेंड हैं। चालक किसी भी गली में कभी भी सवारियां लेकर फर्राटा भरते नजर आते हैं। जिससे वह अपनी जान तो जोखिम में डालते ही हैं वहीं सवारियों की जान के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।