*कछौना, हरदोई।* बघौली शुगर एंड डिस्टलरी लिमिटेड एक दशक से बंद चल रही थी। जिसे डालमिया ग्रुप ने अधिग्रहित कर पुनः चालू कर चलाने का बीड़ा उठाया है। जिससे क्षेत्र के किसानों में खुशी की लहर है। पुनः शुगर मिल चालू होने से क्षेत्र को नई विकास की गति मिलेगी। डालमिया ग्रुप की उत्तर प्रदेश में चार शुगर मिल संचालित है। जिसमें पड़ोसी जनपद सीतापुर के रामगढ़ में स्थित मिल के अंतर्गत गन्ना किसानों के जीवन में बदलाव को कछौना क्षेत्र के किसानों ने शनिवार को रामगढ़ के अंतर्गत ग्राम सभा वीहट वीरम में गन्ना किसानों से गन्ना बुवाई गन्ना उत्पादन कृषि यंत्र देखकर गन्ना उत्पादन के बारे में जानकारी ली। वीहट वीरम ग्राम सभा में प्रगतिशील किसान संदीप सिंह के खेत में पहुंचकर गन्ना की विभिन्न प्रजातियां देखी। उनकी बुवाई की ट्रेंच विधि व सामान्य तरीके से बुवाई को देखा। गन्ना खेतों में बुवाई के तरीके, फसल उत्पादन, सिंचाई, दवा, छिड़काव, कटाई आदि तरीके को अच्छी तरीके से सीखा। जिससे किसान प्रतिनिधि मंडल अनुभव लेकर अपने क्षेत्र में अच्छा उत्पादन कर सके। उनके जीवन में बदलाव आ सके। कृषि यंत्र ट्रेंच टिलर पावर स्प्रे, स्टबल समर, ऑटोमेटिक शुगर मेड प्लांटिंग मशीन, तोताहल, ऑटोमेटिक स्प्रे मशीन, कल्टीवेटर, शुगन केन रोटरी, रोटावेटर आदि का यंत्रों की जानकारी ली। भ्रमण के दौरान रामगढ़ चीनी मिल के महाप्रबंधक उमाकांत पाठक व सहायक प्रबंधक आरएन दीक्षित ने किसानों के प्रश्नों के उत्तर दिए। डालमिया ग्रुप की कार्य शैली के बारे में बताया। यह परिवार के रूप में कार्य करते हैं। किसानों को खाद बीज कृषि यंत्र उपकरण आदि सुविधाएं आदि मुहैया करई जातीहै। गन्ना किसानों की फसल का समय से भुगतान होता है। सीधे किसानों से संबंध रखा जाता है। बिचौलिए दूर-दूर तक नहीं नजर आते हैं। शुगर मिल के संचालक के साथ उनकी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हैं। महिलाओं को समूह के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हैं। बेरोजगार युवकों को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर दिए जाते हैं। स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं स्वच्छ पेयजल कंप्यूटर आदि मुहैया करके सर्वांगीण विकास कराया जाता है। किसान प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ गन्ना विकास अधिकारी सरोज दीक्षितज़ गन्ना विकास अधिकारी उपेन्द्र सिंह के साथ भगत सिंह किसान, कृषक अवनीश कुमार पटेल, धनंजय सिंह, सुनील सिंह, प्रेम यादव, शिवम सिंह, पूर्व प्रधान राम शंकर सिंह ने बुवाई बीज उपचार उत्पादन की जानकारी ली। इस अनुभव को अपने क्षेत्र में गन्ना उत्पादन में क्रियान्वयन कर गन्ना उत्पादन में एक अलग पहचान बनाने की बात कही।