नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सिधौली/सीतापुर। पत्रकारों के विरूद्ध होने वाली शिकायतों में तथ्यों की भली भांति जांच और उनके पक्ष को जानने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाए। यह बात पत्रकार संघ सिधौली की अगुवाई में पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने उपजिलाधिकारी सिधौली को बुधवार को सौंपे गए ज्ञापन में कही। पिछले काफी समय से यह अनुभव हो रहा है कि लोकतंत्र के चैथे स्तम्भ की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने पर पत्रकारों के विरूद्ध मुकदमें दर्ज किये गये हैं। सिधौली क्षेत्र मंे विकासकार्य में सरकारी पैसों का दुरूपयोग करने वाले जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों के इशारे पर पत्रकारों के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज की गई हैं। जनता की शिकायतों और पत्रकारों की आवाज को दबाने के प्रयासों पर रोक लगाने हेतु पत्रकारों ने मांग की कि उनके विरूद्ध शिकायतीपत्र आने पर मामलों की भली-भांति जांच करने के पश्चात तथा पत्रकारों के पक्ष को जानने के पश्चात ही कोई कार्रवाई की जाय। इसके अतिरिक्त अब तक लिखे गये मुकदमों में तथ्यों की उच्चस्तरीय जांच करवाकर मामलों को निरस्त किया जाए। इस मौके पर स्तम्भकार अनुराग आग्नेय, रामू शुक्ला, उपेन्द्र त्रिपाठी, रामनाथ रावत,अतुल तिवारी, राजन भार्गव, मोहित श्रीवास्तव, हिमान्शु शुक्ला, जियाउल हक सहित दर्जनों पत्रकार उपस्थित थे।