
पात्र गरीब आज भी दर दर एक अदद आवास के लिए रहे भटक।
सकरन(सीतापु);जहां एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार मुक्त समाज का ढिंढोरा पिट रही ठीक उलट सकरन में करीब एक सैकड़ा मुख्यमंत्री आवास अपात्रों को बांट दिए गए जिसके जिम्म्मेदार ग्राम प्रधान,पंचायत सचिव सहित जांच प्रभारी आवास हैं जो सिर्फ व सिर्फ रिश्वत की मलाई काटने में व्यस्त।ग्राम पंचायत ओड़झार,रसूलपुर बकैया,नसीरपुर अंदूपुर,सेमरा खुर्द,पटना में महले दुमहले वाले सर्वसम्पन्न लोगों को रेवड़ी की तरह बांट दिए गए आवास।ओड़झार में तो सबके सब धन्नासेठों को आवास देकर गरीब लोगों के पेट पर मार दी गई लात।आवास वितरण से लेकर आवास निर्माण के सभी मानकों को ताक पर रख हो रहा खेल पर जिम्मेदारों को क्या मोटी रकम के चलते नहीं दिखते पात्र गरीबों के आँसू।शिकायत की स्थिति में पल्ला झाड़ रहे एडीओ आइएसबी ऐसे करते बात जैसे कि उन्हें कुछ मालूम ही नहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान व सचिव भी एक निश्चित रकम लेकर फरमा रहे मौन।रिश्वतखोरी की जड़ें इतनी मजबूत हैं कि विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने से लेकर जिओ टैग तक सिर्फ वसूली के दमपर बन रहे अपात्रों के आवास।