
आज के ही दिन भगवान शिव ने किया था त्रिपुरासुर का बध
विष्णु सिकरवार
आगरा। देव दीपावली का सनातन धर्म में बेहद महत्व है यह त्योहार कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। देव दीपावली विशेष रूप से वाराणसी में भव्य तरीके से भले ही मनाई जाती है मगर इस बार देव दीपावली गायत्री मधूसुदन सीटी पार्ट एक में भी बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। इस दिन वाराणसी के 84 घाटों को दीपों से रोशन किया जाता है।
पं अश्विनी मिश्रा बताते है कि पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर को हराया था और देवताओं को स्वर्ग वापस लौटाया था। जिसकी खुशी में देवताओं ने इस दिन को देव दीपावली के रूप में मनाया था जभी से आज तक इस दिन को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है।
पूर्वांचल रेल परिवार के श्रद्धालु संगीता चौरसिया तथा स्वीटी ठाकुर बताती है कि गायत्री मधुसूदन सीटी पार्ट-1 कालोनी के महिलाओं में काफी उत्साह है । सभी महिला श्रद्धालु कलश व तुलसी जी को लेकर कलश यात्रा निकाली।और घरों में दीप जलाकर दीपावली की तरह घर में पकवान बनाकर पूजन कर बड़े ही धूमधाम से मनाया और मिठाइयां बांटी। रेलवे यूनियन नेता राहुल चौरसिया ने बताया कि इस पर्व का कालोनी निवासियों को बेसब्री से इंतजार रहता है।