मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में ग्राम समाज की भूमि, तालाबों पर अतिक्रमण व अवैध प्लाटिंग के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न

मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में ग्राम समाज की भूमि, तालाबों पर अतिक्रमण व अवैध प्लाटिंग के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न

तालाब पर अवैध अतिक्रमण अगर किसी व्यक्ति द्वारा किया गया है तो तत्काल ध्वस्तीकरण करवाते हुए, अतिक्रमण मुक्त कराये-मण्डलायुक्त

लखनऊ  डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में ग्राम समाज की भूमि, तालाबों पर अतिक्रमण व अवैध प्लाटिंग के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार में आहूत की गयी। इस अवसर अपर आयुक्त प्रशासन श्री रणविजय यादव, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती रिया केजरीवाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) डॉ शुभी सिंह, अपर जिलाधिकारी (पूर्वी) अमित कुमार सहित जनपद लखनऊ के समस्त उप जिलाधिकारी व संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने उप जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि रिर्मोट सेसिंग द्वारा उपलब्ध करायी गई तालाबों सूची के अनुसार राजस्व अभिलेखों से मिलान कराते हुये सर्वे करवा लें कि कहां-कहां पर तालाब है, वर्तमान में तालाबों की स्थिति क्या है, कितन रकबा है क्या गाटा संख्या है व किस क्षेत्र में है यदि उस पर अतिक्रमण हुआ है, किया गया अतिक्रमण स्थायी/अस्थायी/प्लाटिंग हुई है उसे हटाकर जी0एस0 भूमि को सत्यापित करना है। उन्होंने कहा कि जहां पर रिर्मोट सेसिंग ईमेज द्वारा इंगित किये गये तालाबों की फोटो समस्त उप जिलाधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है जिसके आधार पर राजस्व विभाग द्वारा स्थलीय सर्वे करा लिया जायें।

लखनऊ नगर निगम सीमा के अर्न्तगत प्राथमिकता पर कुल 206 ग्रामों में विभागीय/सरकारी परिसम्पत्तियों के चिन्हीकरण तथा सम्पत्तियों पर अतिक्रमण के सर्वेक्षण का कार्य रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेन्टर, उ०प्र० लखनऊ नगर निगम तथा जिला प्रशासन के राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। लखनऊ नगर निगम के अधीन 206 ग्रामों में से अद्यतन तिथि तक कुल 33 ग्रामों के सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान में सर्वेक्षण कार्य तहसील सदर, मोहनलालगंज, बख्शी का तालाब व सरोजनीनगर के शेष ग्रामों में प्रगति पर है।

इसके अतिरिक्त लखनऊ जनपद के समस्त तहसीलों में जलाशयों/तालाबों के सौन्दर्यीकरण एवं जीर्णोद्वार/पुनरोद्वार किये जाने हेतु सर्वेक्षण कार्य भी रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेन्टर, उवप्रव तथा जिला प्रशासन के राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। सेटेलाइट डाटा आधारित मानचित्रों को सजरा मानचित्रों से मिलान कर भूसर्वेक्षण का प्रारम्भ किया गया है। जिससे सौर्दयीकरण हेतु प्रथम चरण में जलाशयो/तालाबों का चयन किया जा सके।

उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक तहसील में 05 हेक्टेयर से बड़े क्षेत्र वाले तालाबों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित करें, अगर उन किसी प्रकार का कब्जा/अतिक्रमण है तो उसे हटाकर तालाब के रूप में ले आयें जो बड़े-बड़े तालाब है उसमें पानी की सफाई, किनारों को सही करवा के वाकिंग टैªक बनवाना, लाइट लगाकर सौन्दर्यीकरण के रूप में विकसित करें। उन्होंने कहा कि ग्राम समाज की जमीने जब नगर निगम की सीमा में आती है तो वह नगर निगम की होती है। उस पर किये गये अतिक्रमण/प्लाटिंग को नगर निगम अपने संसाधनों से हटाना सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान मंडलायुक्त को संबधित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के तालाबों का 80 प्रतिशत सर्वे करवा लिया गया है। उन्होंने कहा कि जो विलुप्त तालाब है उनका सर्वे कराकर अस्तित्व में लाया जाये।

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