नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सीतापुर वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (भारत सरकार) की केंद्रीय टीम के प्रतिनिधि डॉ. बिस्वाल ने मंगलवार को कसमंडा सीएचसी पर बैठक कर और फिर ब्लॉक के विभिन्न गांवों का दौरा कर फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (आईडीए राउंड) की स्थलीय सच्चाई जानी। इस मौके पर उन्होंने सबसे पहले ब्लॉक की प्रोफाइल, आशा कार्यकर्ताओं टीमों संख्या और आईडीए राउंड के प्लान की जानकारी सीएचसी अधीक्षक डॉ. अरविंद बाजपेयी से प्राप्त की।
इसके बाद डॉ. बिस्वाल के साथ सीएचसी अधीक्षक, पाथ की डॉ. आएशा आलम और सुधीर कुमार के साथ महोली गांव पहुंचे। इस गांव में तीन आशा कार्यकर्ता है। टीम उर्मिला देवी के क्षेत्र में कौशलेंद्र के घर पहुंची, वहां पर कौशलेंद्र और उनकी पत्नी से मुलाकात हुई। कौशलेंद्र ने बताया कि घर में कुल नौ लोग हैं। जिनमें से पांच ने फाइलेरिया से बचाव की दवा खाई है। शेष के बारे में आशा कार्यकर्ता उर्मिला देवी ने बताया कि परिवार में एक गर्भवती, दो बीमार है और एक लोग बाहर हैं। इसके बाद टीम ने लधौरा गांव के पप्पू सिंह के घर पर दस्तक दी। पप्पू ने बताया कि चार दिन पूर्व परिवार के सभी चारों सदस्यों ने आशा द्वारा खिलाई गई दवा खाई है। दवा खाने के बाद किसी को कोई भी कोई परेशानी नहीं हुई है। पप्पू ने दवा खाने के बाद उगंली पर लगाए गए निशान को भी दिखाया। इसके बाद टीम इसी गांव के राम नरेश सिंह के घर पहुंची राम नरेश ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य फाइलेरिया से बचाव की दवा आशा कार्यकर्ता के सामने ही चार दिन पूर्व ही खाई है। दवा खाने के बाद किसी को कोई समस्या नहीं हुई है। इसके बाद टीम खानपुर गांव के राम नरेश विश्वकर्मा के घर पहुंची। गांव की आशा कार्यकर्ता कात्यायनी और उनका सहयोगी वरूण तिवारी यहीं पर मिले। बातचीत के दौरान राम नरेश ने बताया कि परिवार में कुल छह लोग है। इन सभी ने टीम के सामने ही आशा से लेकर फाइलेरियारोधी दवा का सेवन किया। पड़ोस में रहने वाले सुरेश ने बताया कि उनके परिवार में पांच लोग हैं। जिसमें से घर पर चार लोग ही मौजूद मिले, इन चारों ने टीम के सामने ही आशा कार्यकर्ता द्वारा दी गई फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया। बातचीत के दौरान आशा कार्यकर्ता कात्यायनी ने बताया कि वह 1564 की आबादी पर काम कर रहीं हैं। गांव में छह फाइलेरिया के मरीज भी हैं।
इस मौके पर कसमंडा ब्लॉक के फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल डॉ. वीपी सिंह, बीपीएम कोहिनूर सिंह, बीसीपीएम माेहिनी जायसवाल व एचईओ निर्मला देवी प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। विभिन्न गांवों का दौरा करने के बाद टीम सीएमओ ऑफिस पहुंच कर वीबीडी नोडल डॉ. राजशेखर से मुलाकात कर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की।