
पूरे जिले की बत्ती गुल
18 घंटे से विद्युत आपूर्ति ठप्प, आमजन में त्राहिमाम् त्राहिमाम्
विद्युत विभाग से लेकर जिला प्रशासन को कोसती नजर आई जनता
जौनपुर/अरुण कुमार दूबे
जौनपुर। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर जनपदीय इकाई द्वारा गुरूवार की रात से बिजली कर्मचारियों ने जबरदस्त हड़ताल कर लोगों की नींद उड़ा दिया है। दूसरे दिन शुक्रवार को भी बिजली आपूर्ति न होने से जनमानस पानी और हवा के लिये तरस रहे हैं। संघर्ष समिति का यह निर्णय पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत है। इसके पूर्व 13, 14 मार्च को अल्प समय की हड़ताल कर मशाल जुलूस भी निकाला गया था। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि तीन दिसंबर सन् 2022 में विद्युत मंत्री, मुख्यमंत्री के सलाहकार और प्रमुख सचिव विद्युत के साथ जो लिखित समझौता हुआ था उसका अनुपालन न होने के कारण मजबूरन सभी कर्मचारियों को सड़क उतरना पड़ा है। प्रदेश सरकार संगठन के बड़े नेताओं को गिरफ्तार करने और रासुका तथा आप्सा जैसे संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी मिल रही है, यदि इस प्रकार हमारे नेताओं के साथ व्यवहार किया गया तो प्रदेश के 50 हजार विद्युत कर्मचारी जेल भरो आंदोलन करने के लिये बाध्य होंगे। जनपद विद्युत व्यवस्था का मामला है अधिसंख्य क्षेत्रों-मछलीशहर, सिकरारा, मुफ्तीगंज, केराकत, बदलापुर, शाहगंज क्षेत्र के अलावा शहरीय क्षेत्र विशेषरपुर शीतला चौकिया धाम, परमानतपुर, सिपाह, नईगंज, शकरमंडी, रूहट्टा, कोतवाली, सब्जी मंडी, मधारेटोला, उर्दू बाजार की जनता रात से लेकर अब तक बिजली की रोशनी नहीं देख पाई है जिससे उनके सामने पानी और हवा की समस्या पैदा हो गयी। कुछ स्थानों पर विद्युत आपूर्ति देखी गयी। संघर्ष समिति के आह्वान को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था जो पूरी तरह से बेकार साबित हुआ। दोनों नंबरों पर संपर्क नहीं हो पा रहा था। शुक्रवार को भी संघर्ष समिति का बैनर लिये कर्मचारी अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी मांगों को मनवाने में लगे रहे।
यहां पर आपूर्ति रही सुचारू
जौनपुर। शहर के ओलन्दगंज, तारापुर कालोनी, पालिटेक्रिक चौराहा स्थित रामाश्रय कालोनी में विद्युत आपूर्ति निर्बाध गति से चल रही है। इसके अलावा ग्रामीणांचल क्षेत्र सहोदरपुर फीडर से संबंधित कई ग्राम सभाओं में बिजली की किल्लत नहीं रही। रात में पहले की तरह दो-तीन घंटा बाधित रहने के बाद यथावत विद्युत आपूर्ति शुरू हो गयी थी। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से ग्रामीणांचल क्षेत्र के किसान भी काफी परेशान हैं।
जिला प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त
जौनपुर। विद्युत कर्मचारियों द्वारा हड़ताल पर जाने की बात पहले से ही अधिकारियों को पता थी। हड़ताल को देखते हुए जिले के आला अधिकारियों की बैठक भी हुई थी, जिसमें आपूर्ति सुनिश्चित कराने को लेकर मंत्रणा हुई थी। बावजूद इसके आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था और आईटीआई तथा सेना के रिटायर्ड कर्मचारी जो बिजली से संबधित रहे, उनके साथ बैठक किया गया था। जिला प्रशासन की अपेक्षा थी कि विद्युत व्यवस्था बाधित न हो पाये लेकिन इसके बावजूद भी विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।