
नगर बदलापुर स्थित सूलीबीर बाबा की अद्भुत शक्ति व अनोखी कहानी।
भारत मां की रक्षा के लिए क्षेत्र के अनेकों वीर सपूत अपनी कुर्बानी इस स्थान पर दीए हैं बहुत मार्मिक है यह स्थान
जौनपुर /अरुण कुमार दूबे
जौनपुर। मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर स्थिति बदलापुर नगर पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की गेट के एकदम ठीक सामने पर स्थित सूली वीर बाबा मंदिर अपने में ही अद्भुत व अनोखी दास्तान भरी हुई एक सुंदर पहेली है। जिस हिसाब से नाम है उसी हिसाब से इनकी अद्भुत चमत्कारी शक्तियां हैं। क्षेत्र के लोगों मनोकामना को पूर्ण करते हुए भक्तों के कष्ट को दूर करने की दिव्य शक्तियां भी मौजूद है सूलीबीर ब्रम्ह बाबा में।
यहां के स्थानीय लोगों बताते हैं की आखिर देव स्थान का नाम सूली वीर क्यों पड़ा?? लोगों का कहना है कि आजादी के पूर्व यहां एक विशालकाय इमली का पेड़ हुआ करता था। जब भारत में अंग्रेजों का आगमन हुआ और धनिया मऊ पुल कांड के दौरान अंग्रेजों को इसी इमली के पेड़ के आस पास आने वाले अंग्रेजों को रोकते हुए भारतीय सपूतों ने अनेकों अंग्रेजी गीदड़ो को काट कर फेंक दिए। उनका अत्याचार तो उस समय चरम पर था। अंग्रेजों ने अपना हिटलर शाही रवैया अपनाते हुए क्षेत्र के अनगिनत वीर सपूतों को पकड़ने के उपरांत इसी इमली के पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका दिए थे। इन लटकाए गये लोगों में बगल गांव के अनगिनत ब्राह्मण और क्षत्रिय आदि जाती के मां भारती के सच्चे सपूत थे। जिन्होंने मां भारती की आबरू बचाने के लिए अपने आप को बलिदान कर दिया। लोग बताते हैं कि उसी इमली के पेड़ पर इन वीर सपूतों की सूली चढ़ाए जाने के कारण इस ब्रह्म स्थान का नाम सूली वीर के नाम से विख्यात हो गया जो आज के कई सदी पुरानी दास्तान बन चुकी है जिंदा रहकर भी देश के लिए कुछ करके चले गए और आज अमर होने के बाद ब्रह्म बनकर लोगों की हिफाजत व रक्षा कर रहे हैं ऐसे हैं सूली वीर ब्रह्म बाबा। लोगों की आस्था की माने और शक्तियों की बात करें तो वास्तव रूप में जो सच्चे मन से यहां माथा टेक कर प्रणाम किया है व जो भी मुरादे मांगता है उसे यह ब्राह्म जरूर पूरा करते हैं। ईसी के चलते लोगों के दिल में हमेशा आस्था बनी हुई है एंव हमेशा देखी जाती रहती है। अपने आप में सैकड़ों प्रकार की अनोखी बाते सरमेटे यह स्थान अलौकिक, दिव्य शक्तियां रखे हुए लोगों की रक्षा व सुरक्षा में हमेशा से करते हुए जन चर्चा की बात बनी हुई है।