केंद्रीय मंत्री एवं उत्तराखंड चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम ने सोमवार को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, प्रदेश संगठन मंत्री अजय कुमार के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।सबसे खास बात यह रही कि इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों के अलावा विधानसभा प्रभारियों एवं विधानसभा उम्मीदवारों को भी बुलाया गया था। 10 मार्च को आने वाले चुनावी नतीजों के संदर्भ में इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आपको बता दें कि, हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के दिग्गज मंत्रियों और नेताओं को भाजपा के पाले में लाने में कैलाश विजयवर्गीय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और शायद इसलिए भाजपा आलाकमान ने एक बार फिर से उन्हें ही देहरादून भेजा है।
दरअसल, उत्तराखंड का एक राजनीतिक इतिहास रहा है कि राज्य की स्थापना के बाद से ही प्रदेश में कोई भी सरकार लगातार दूसरी बार जनादेश हासिल नहीं कर पाई है लेकिन भाजपा लगातार इस बार प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने का दावा कर रही है।
प्रदेश में मतदान के दिन, 14 फरवरी को आईएएनएस से बात करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह दावा किया था कि 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही इस तरह के राजनीतिक ट्रेंड लगातार टूट रहे हैं और उत्तराखंड में भी प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने जा रही है