
अखिल भारतीय प्रधान संगठन ने प्रधानमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय मांग पत्र खंड विकास अधिकारी को सौंपा।
सवाददाता सुधीर कुमार मिश्रा
पहला सीतापुर।अखिल भारतीय प्रधान संगठन द्वारा आज अपनी मांगों को लेकर सात सूत्रीय मांग पर प्रधानमंत्री को संबोधित खंड विकास अधिकारी पहला विवेक मणि त्रिपाठी को सौंपा गया। मांग पत्र में प्रधानों द्वारा कहा गया कि जनता द्वारा निर्वाचित प्रधानों को अकारण भ्रष्ट समझकर संदेह करने हतोत्साहित करने के लिए मनरेगा योजना में कार्यस्थल पर एन एम एम एस एप के माध्यम से दिन में दो बार मजदूरों की हाजिरी प्रमाणित करना अनिवार्य किया गया है जबकि अधिकांस गांवो में नेटवर्क समस्या के कारण उपरोक्त एप के माध्यम से मजदूरों की उपस्थिति अंकित नही हो पति है तथा मास्टर रोल शून्य हो रहा है भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा द्वारा जारी23दिसंबर के आदेश को वापस लिया जाए।213में मजदूर काम करने को तैयार नहीं होते है मजदूरी 400रुपए की जाए।राज्यवित्त व प्रशासनिक आयोग की प्रमुख सिफारिशों को उत्तर प्रदेश में लागू किया जाए।प्रधानों क्षेत्र पंचायत सदस्यो एवम जिला पंचायत सदस्यो की सुरक्षा हेतु लाइसेंस जारी करने में प्राथमिकता की जाए।सहायक सचिव काम डाटा एंट्री आपरेटर शौचालय केयर टेकर एवं प्रधान के मानदेय की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा अलग से देने का वादा माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया था उस पर तत्काल अमल किया जाए।वर्ष 2021व22एवम2022=23सामग्री व सी आई बी का बकाया भुगतान तत्काल किया जाए।तथा मनरेगा योजना अंतर्गत 20कार्यों से अधिक कार्यो मेअधिक कामों की बाध्यता समाप्त की जाए तथा सामग्री व सी आई बी बोर्ड का भुगतान न होने के कारण कार्य साइड पर चल रहे कार्यों में 50%कार्य ग्राम पंचायतों में बंद है जिससे मनरेगा मजदूरों की स्थिति को देखते हुए 20से अधिक कार्यो की बाध्यता समाप्त की जाए और अखिल भारतीय प्रधान संगठन को आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास भी है की ग्राम पंचायतों को पूर्ण स्वाबलंबी शसक्त बनाने हेतु उपरोक्त मांगो को माना जाए। इस अवसर पर पहलाविकास खंड कार्यालय पर ज्ञापन देने वालो में मीनू वर्मा, आशू वर्मा,मो अहमद,सुनीता देवी,सुमन देवी,परशुराम,आरती देवी , समैया खातून,सिराज अहमद,रेखा देवी,सतेंद्र कुमार,प्रीति वर्मा,अनिल कुमार ,आरती देवी समेत काफी संख्या में प्रधान मौजूद रहे।वही बिसवा ब्लॉक में आरती देवी,अनुज वर्मा,सालिकराम समेत काफी संख्या में प्रधान मौजूद रहे।