दुनिया के बेहतरीन स्पिनरों में शुमार आस्ट्रेलिया के दिग्गज शेन वार्न का 52 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है। वो थाइलैंड के कोह समुई में अपने विला में अचेत अवस्था में पाए गए। मेडिकल स्टाफ की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जांच नहीं बचाई जा सकी। वार्न के मैनेजमेंट प्रबंधक की तरफ से एक स्टेटमेंट जारी करके इस खबर की पुष्टि की गई महज 52 साल की उम्र में विश्व क्रिकेट के दिग्गज का इस तरह से जाना खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ा झटका है।
खेल प्रेमियों के दिल में हमेशा रहेंगे शेन वार्न
शेन वार्न विश्व क्रिकेट का एक ऐसा नाम जिन्होंने अपनी गेंदबाजी के जरिए स्पिन के मायने ही बदल दिए। अपनी गेंदबाजी के लिए वार्न ने दुनिया में एक ऐसी मिसाल कायम की जिसे क्रिकेट के इतिहास में हमेशा ही याद रखा जाएगा। उन्होंने खेल के मैदान पर ना सिर्फ विकेट लिए बल्कि अपने खेल से तमाम क्रिकेट फैंस के दिल भी जीते। क्या उनकी बाल आफ सेंचुरी को कोई भूल सकता है कभी। क्या उनकी गेंदबाजी स्टाइल को अपनी याद से मिटा सकता है कोई। आंकड़ों की बात करें तो वो उसमें भी किसी से कम नहीं थे और उनका खेलने का स्टाइल, उनके आंकड़ें चाहे वो क्रिकेट का कोई भी प्रारूप हो हर जगह वो बेमिसाल हैं।
शेन वार्न का क्रिकेट करियर
शेन वार्न का जन्म 13 सितंबर 1969 को विक्टोरिया (आस्ट्रेलिया) में हुआ था और उन्होंने 4 मार्च 2022 को दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने आस्ट्रेलिया के लिए 1992 से लेकर 2007 तक क्रिकेट खेली और इस दौरान उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में 145 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 708 विकेट लिए थे और उनका बेस्ट प्रदर्शन एक मैच में 128 रन देकर 12 विकेट रहा था तो वहीं एक पारी में 71 रन देकर 8 विकेट रहा था। आस्ट्रलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में पहले स्थान पर हैं तो वहीं वो टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर मौजूद हैं।
उन्होंने अपने देश का प्रतिनिधित्व 194 वनडे मैचों में किया था और उन्होंने कुल 293 विकेट लिए थे साथ ही इस प्रारूप में उनका बेस्ट प्रदर्शन 33 रन देकर 5 विकेट रहा था। वहीं 73 टी20 मैचों में उनके नाम पर 70 विकेट दर्ज हैं और उनका बेस्ट प्रदर्शन 21 रन देकर 4 विकेट रहा था। शेन वार्न ने आइपीएल के शुरुआती सीजन यानी साल 2008 में राजस्थान रायल्स को पहली बार इस लीग में चैंपियन बनाया था।