सामुदायिक शौचालय में जड़ा ताला लोग बाहर जाने को मजबूर
सवाददाता सुधीर कुमार मिश्रा
पहला सीतापुर .ब्लॉक मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत हुसैनपुर में जमकर लापरवाही देखी जा रही है। यहां लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया सुविधाघर में पंचायत ने ताला लगा दिया है। जानकारी के अनुसार विगत डेढ़ साल पहले लाखों की लागत से बनाई गई शौचलय परिसर में ताला लगा दिया गया है। । और उसे प्रधान द्वारा आज तक नही खोला गया है शौचालय को सरपंच द्वारा ताला लगा दिया गया है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने व गांव के लोगों को खुले में शौच से मुक्ति के लिए बने सामुदायिक सुविधाघर कागजों पर ही संचालित हो रहे हैं। रखरखाव व देखरेख के लिए डेढ़ सालों से लाखों रुपए की रकम स्वयं सहायता समूह के खातों में भेजी गई हैं। जबकि हकीकत तो यह है कि बनने के बाद शौचालयों में ताले लटक रहे हैं। इसकी वजह से लोगों को अब भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। सामुदायिक सुविधाघर औचित्यविहीन साबित हो रहा है। सुविधाघर भवन बनकर तैयार है इतना ही नहीं इसको स्वयं सहायता समूह को संचालन की जिम्मेदारी भी दे दी गई है। लेकिन इसके बावजूद अभी तक इसका ताला नहीं खुल सका। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले वित्तीय वर्ष में लाखों रुपए की लागत से ग्राम पंचायतों में ग्राम निधि के खाते से सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए धन मुक्त किया गया था। पिछले दिनों विभाग द्वारा शौचालय बनकर तैयार हुए सामुदायिक सुविधाघरों को न सिर्फ स्वयं सहायता समूहों को संचालन के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई बल्कि उसके सापेक्ष स्वयं सहायता समूहों को राशि भी जारी कर दिए गए। लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी गांवों की सूरत नहीं बदली। लोग आज भी सामुदायिक सुविधाघर खुला न होने के कारण खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।