फ़िर नए वेरिएंट की रूप बदलकर तेजी से दस्तक
नए वेरिएंट का खतरा बढ़ा – स्वास्थ्य मंत्रालय की हाई प्रोफाइल मीटिंग – दो राज्यों नें एडवाइजरी जारी की
त्योहारों के मौसम में बाजारों में बढ़ती भीड़ से नए वेरिएंट का संक्रमण और असामाजिक तत्वों पर नज़र रखने एरिया स्वास्थ्य और पुलिस विभाग का मुस्तैद रहना जरूरी – एडवोकेट किशन भावनानी
गोंदिया – वैश्विक स्तरपर कोरोना महामारी से राहत पाकर सभी देश तेजी से अपनी अपनी बिगड़ी व्यवस्थाओं अर्थव्यवस्थाओं व अन्य सेवाओं को बहाल करने और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं परंतु कोविड-19 के नए नए वेरिएंट ओमिक्रोन इनके भी नए-नए वैरिएंट्स और अभी ओमिक्रान मंकीपॉक्स इसके भी नए नए वेरिएंट पीछा नहीं छोड़ रहे थे कि अब एक नया वेरिएंट एक्सबीबी और बीएफ.7 इन दोनों के कई वेरिएंट वैश्विक स्तरपर तेजी से फैल रहे हैं। चूंकि भारत में त्योहारों का मौसम चल रहा है दीपावली पर्व के उपलक्ष में बाजारों में भारी भीड़ भरा माहौल भर गया है।करीब करीब सभी राज्य सरकारों और केंद्र ने नियमों में ढील दे दी है परंतु पिछले दो दिनों से इसके बढ़ते मामलों की आहट ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आपात हाई लेवल मीटिंग कर वैक्सीन, जनरल मानिटरिंग और नए वेरिएंट की जानकारी लेकर अधिकारियों से सतर्क रहने के दिशा निर्देश दिए वहीं केरल और महाराष्ट्र राज्यों ने अपने-अपने एडवाइजरी याने दिशानिर्देश भी जारी कर दिए हैं क्योंकि भीड़ के कारण इसके संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। वही भीड़ के कारण असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखने के लिए पुलिस विभाग को भी तीसरी आंख को अंबर से नंबर प्लेट तक चाक-चौबंद रहने की जरूरत है।
साथियों बात अगर हम कोविड के नए वेरिएंट की करें तो, हालांकि पिछले कुछ महीनों में कोविड के मामलों में गिरावट आई है, फिर भी लोगों को बहुत सावधान रहना चाहिए, खासकर त्योहारों के मौसम में। भीड़ जितनी अधिक होगी संक्रमण का खतरा उतना ही अधिक होगा। स्थिति से निपटने के लिए लोगों को बाहर जाते समय अपने साथ हैंड सैनिटाइजर रखना होगा। त्योहारी सीजन के दौरान सरकार द्वारा फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति को खांसी, बुखार, सर्दी, भारी सांस लेने आदि जैसी कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो उसे डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। मिठाइयों के साथ हैंड सैनिटाइजर और फेस मास्क एक-दूसरे को गिफ्ट किए जाएं। सरकार एक बार फिर प्रमुख स्थानों पर सैनिटाइजर का छिड़काव शुरू करे।
साथियों स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी तरह से अलर्ट है। ओमिक्रान के मिले नए सब वेरियंट बीएफ.7 को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी तरह से अलर्ट पर है। देश में इस वेरियंट के मिलने के बाद आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जरूरी बैठक की इस बैठक में इंसैकोग डीबीटी एनटीएजीआई के अधिकारी भी शामिल हुए। इस बैठक में दिवाली से पहले कोरोना को लेकर जरूरी एहतियात और सतर्कता बरतने पर सरकार ने जोर दिया है। सरकार को इस बात की आशंका है कि यदि समय रहते जरूरी अहतियात नहीं बरता गया तो कोविड के मामले फिर तेजी से बढ़ सकते हैं. चूंकि यह त्योहारी सीजन है और इस दौरान बाजार में भारी भीड़ इकट्ठा होती है, तो ऐसे में कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। जानना ज़रूरी है कि सब वेरियंट बीएफ.7 का मामला गुजरात में सामने आया है वहीं, सोमवार को पुणे में ओमीक्रोन वेरियंट के सब वेरियंट बीक्यू.1 का मामला भी सामने आया है, इन दोनों सब वेरियंट में म्यूटेशन होता है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से कम करता है। यह तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेने में सक्षम है।
साथियों भारत में ओमीक्रोन के दो नए सब वेरियंट के मामले मिलने के बाद विशेषज्ञों ने भी चेतावनी दी है कि इनमें तेजी से फैलने की पूरी क्षमता है। इन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। यदि एहतियात नहीं बरता गया तो दिवाली तक इसके मामले बढ़ सकते हैं। महाराष्ट्र में भी राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी करके लोगों को सतर्क कर दिया है। नए वैरिएंट के बाद हेल्थ एक्सपर्ट ने सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि चीन में कोविड -19 मामलों में आई तेजी का कारण कथित तौर पर बीएफ.7 और बी ए.5.1.7 वैरिएंट ही बताया जा रहा है. ओमिक्रॉन के नए उप-वेरिएंट बीए.5.1.7 और बीएफ.7, अत्यधिक संक्रामक माने जाते हैं और अब ये दुनिया भर में फैल रहे हैं। लॉकडाउन और प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद भारत में लोग उत्साहपूर्वक देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली को धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन एक्सपर्ट ने दिवाली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाई दूज के पहले भी उचित सावधानी बरतने की सलाह दी है।
साथियों एक्सपर्ट ने कहा है किसी को अभी मास्क लगाना नहीं छोड़ना चाहिए और अगर कोई लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत आइसोलेट कर लेना चाहिए। दो रिसर्च बताती हैं कि बीएफ.7 वैरिएंट अन्य ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट की तुलना में पहले के वैक्सीनेशन और एंटीबॉडी से बच सकता है इसलिए यह और अधिक संक्रामक माना जा रहा है। भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 219.37 करोड़ से अधिक हो गया। कोविड -19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब-वैरिएंट की आहट ने एक बार फिर सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया है। इसके साथ ही डॉक्टरों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। एक नामीं अस्पताल के चेयरमैन ने कहा है कि कोविड-19 का ये वायरस कई म्यूटेशन से गुजरेंगे। उन्होंने कहा कि यह देखने में आया है कि इस वायरस का इतिहास रहा है कि जब यह म्यूटेशन से होकर गुजरता है तो यह थोड़ा कमजोर पड़ता है, इससे पहले वाले वैरिएंट ओमाइक्रोन के साथ भी ऐसा ही हुआ था, हालांकि उन्होंने कहा, नए वैरिएंट और भी प्रभावी होंगे और फैलेंगे।
साथियों बात अगर हम संक्रमण के फैलने के बचाव के लिए सावधानियां बरतने की करें तो, भीड़ में निकलें तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें, साथ में हमेशा सेनेटाइजर रखें और बीच-बीच में उसका इस्तेमाल करते रहें, यदि संभव हो तो भीड़ में जानें से बचें, बावजूद इसके यदि फ्लू के लक्षण दिखाई दे तो बिना देरी किए डॉक्टर से दिखाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें, यदि आपको सर्दी-खांसी है तो भीड़ में जानें से बचें, क्योंकि उससे दूसरों को भी इंफेक्शन होने का खतरा रहता है।
साथियों बात अगर हम भीड़ भाड़ में असामाजिक तत्वों पर निगरानी की करें तो पुलिस विभाग की तीसरी आंख याने सीसीटीवी का अधिकतम उपयोग करना चाहिए। तकनीकी का सहारा लेकर अपराध रोकने की कोशिश में जुटी पुलिस ने एक कदम आगे बढ़ते हुए ऐसे वाहन अपने बेड़े में जोड़ने में लगे हुए हैं, जो उच्च क्षमता वाले कैमरों, जीपीएस समेत तमाम संसाधनों से लैश है। इन वाहनों में ड्राइवर सीट के अगल-बगल और आगे-पीछे उच्च क्षमता के पीटीएच (प्वाइंट टू जूम) कैमरे लगे हैं जो 360 डिग्री तक घूमकर आसपास की चीजों को रिकार्ड कर सकते हैं। इन गाडिय़ोंं में जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है, प्रत्येक वाहन में चालक के साथ 2 पुलिसकर्मी लैपटाप लेकर तैनात रहते हैं।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे का विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि फ़िर नए वेरिएंट की रूप बदलकर तेजी से दस्तक। नए वेरिएंट का खतरा बढ़ा – स्वास्थ्य मंत्रालय की हाईलेवल मीटिंग-दो राज्यों ने एडवाइजरी जारी की।त्योहारों के मौसम में बाजारों में बढ़ती भीड़ से नए वेरिएंट का संक्रमण और असामाजिक तत्वों पर नज़र रखने एरिया स्वास्थ्य और पुलिस विभाग मुस्तैद रहना जरूरी है।