प्रमुख समस्याओं को लेकर प्रभात ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
श्रवण कुमार मिश्र
सीतापुर / भारत तिब्बत सहयोग मंच संगठन आर एस एस के जिला अध्यक्ष प्रभात अग्निहोत्री ने शिक्षा, खेल व प्रकृति को लेकर 4 सूत्रीय ज्ञापन प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल को सौंपा है । इस ज्ञापन के माध्यम से प्रभात ने जनपद के बड़े प्रभावी मुद्दे उठाए हैं । जिसमें मुख्य रुप से सरायन नदी का मुद्दा है । सरायन नदी को जब से नाले में तब्दील किया गया था तब से भू माफियाओं ने इसकी दुर्दशा में कोई कसर नहीं छोड़ी हालांकि राजनीतिक रोटियां सेंकी जाती रही लेकिन किसी ने सरायन नदी के दर्द को गंभीरता से नहीं लिया। इस समस्या को लेकर प्रभात लंबे समय से निस्वार्थ भाव से अपनी आवाज उठाते आए है, उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से सरायन नदी व उसके आसपास हो रहे अवैध कब्जे हटाए जाने की मांग राज्यपाल से की है । साथ ही बच्चों की पढ़ाई को लेकर जिले में दूसरा केंद्रीय विद्यालय की मांग का दूसरा मुख्य बिंदु है । प्रभात शिक्षित परिवार से संबंध रखते हैं और शिक्षा का उनके जीवन में विशेष महत्व है वह बताते हैं कि शिक्षा ही वह अस्त्र है जिससे देश विश्व गुरु बन सकता है ऐसे में 52 लाख आबादी के आधार पर एक केंद्रीय विद्यालय नाकाफी साबित हो रहा है इसलिए महामहिम से जिले में दूसरा केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की मांग भी की है ज्ञापन में तीसरा और चौथा प्रमुख मुद्दा खेलों से जुड़ा हुआ है सीतापुर के नौजवान खेलों में विशेष रूचि रखते हैं तथा देश-विदेश में अपना व प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं लेकिन बड़ी समस्या उनके लिए सुविधाओं का टोटा है ऐसे में प्रभात ने अपने ज्ञापन में मांग की है कि जिले में एक ऑडिटोरियम के साथ ही इंनडोर व आउटडोर स्टेडियम खोल दिया जाए जिससे खेल प्रेमी व होनहार युवाओं को आवश्यक व्यवस्थाएं प्रदान हो सके और सीतापुर खेल के क्षेत्र में भी अपना अलग कीर्तिमान बनाए। इस अवसर पर प्रभात अग्निहोत्री ने बताया कि मेरे पिता ने जीवन का एक ही व्रत निभाया है वह है समाज सेवा और मुझसे भी उन्होंने अपने अंतिम क्षणों में समाज और जिले के लिए निरंतर प्रयासरत रहने का वचन लिया था। मैं निरंतर आवश्यक मुद्दों को उठा रहा हूं । प्रभात अग्निहोत्री ने प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आभार ब्यक्त किया ।इस मौके पर पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती शशि व जामिया मिलिया विश्वविद्यालय, दिल्ली की पूर्व अध्यक्षा साक्षी जी उपस्थित रही।